राजस्थान सरकार की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत प्रदेश के हजारों बुजुर्गों का धार्मिक स्थलों की यात्रा करने का सपना अब साकार होने जा रहा है। 25 से 29 अगस्त तक जिलेवार लॉटरी निकाली जाएगी, जिसके आधार पर तीर्थयात्रियों का चयन किया जाएगा। इस वर्ष 1.84 लाख बुजुर्गों ने योजना के तहत तीर्थ यात्रा पर जाने की इच्छा जताई, लेकिन निर्धारित कोटे के अनुसार 56,000 वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा का अवसर मिलेगा। इनमें से 50,000 रेल मार्ग से और 6,000 हवाई मार्ग से तीर्थ स्थलों के दर्शन करेंगे। चयन प्रक्रिया लॉटरी के जरिए होगी, जिससे हर तीसरे आवेदक को तीर्थ यात्रा पर जाने का अवसर मिलेगा। सबसे बड़ा कोटा जयपुर जिले को मिला है, जहां से 4,905 यात्री रवाना होंगे, जबकि उदयपुर जिले के सलूम्बर क्षेत्र से केवल 463 बुजुर्ग ही तीर्थ यात्रा पर जा पाएंगे। जयपुर जिले की लॉटरी 25 अगस्त को निकाली जाएगी और संभावना है कि पहली तीर्थ यात्रा ट्रेन 1 सितंबर को रवाना होगी।
बुजुर्गों के लिए वरदान
सरकार का दावा है कि यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व की होगी, बल्कि बुजुर्गों के लिए मानसिक शांति और आध्यात्मिक संतुष्टि का माध्यम भी बनेगी। सरकार का कहना है कि यह योजना बुजुर्गों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
मुख्य बिंदु
25-29 अगस्त तक ज़िलेवार लॉटरी प्रक्रिया
कुल 56,000 बुजुर्ग तीर्थयात्रा पर जाएँगे (रेल: 50,000 | हवाई: 6,000)
1.84 लाख से ज़्यादा आवेदन
जयपुर: 4,905 यात्रियों का कोटा (सबसे ज़्यादा)
सलूंबर: 463 यात्रियों का कोटा (सबसे कम)
पहली ट्रेन 1 सितंबर को रवाना होने की संभावना
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