गुरुवार रात (8 मई) को पाकिस्तान ने राजस्थान के 5 जिलों जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर को निशाना बनाने की कोशिश की। 1971 के युद्ध के बाद पहली बार पाकिस्तान ने राजस्थान के तीन एयरबेस पर हमला करने की कोशिश की। पाकिस्तानी रॉकेटों ने बीकानेर के नाल एयरबेस, जोधपुर संभाग के फलौदी एयरबेस और बाड़मेर के उत्तरलाई एयरबेस को निशाना बनाने की कोशिश की। लेकिन भारतीय सेना ने इन कोशिशों को नाकाम कर दिया। इससे पहले 1965 और 1971 के युद्धों में पाकिस्तानी वायुसेना ने जैसलमेर, बाड़मेर से लेकर जोधपुर तक बमबारी की थी।
विस्फोटक जमीन पर नहीं गिरे
राजस्थान के एक स्थानीय निवासी ने कहा, "रात में धमाकों की बहुत तेज आवाज आई, लेकिन जमीन पर एक भी विस्फोट नहीं हुआ। अभी शांति का माहौल है। हम भारतीय वायुसेना और सेना के साथ हैं।" "पहले तो लगा कि पटाखे फूट रहे हैं"जैसलमेर के एक स्थानीय निवासी ने बताया, "रात 9 बजे जब ब्लैकआउट हुआ तो हमने धमाके सुने। पहले तो हमें लगा कि पटाखे फूट रहे हैं, लेकिन जैसे ही हम घर की छत पर पहुंचे तो हमें असली बम दिखाई दिए। हमें यह सुनकर बहुत खुशी हुई कि पाकिस्तान द्वारा फेंके गए सभी बम डिफ्यूज हो गए हैं। हमारे मन में कोई डर नहीं है... मैं सभी से कहना चाहूंगा कि एकजुट रहें और सरकार के सभी निर्देशों का पालन करें।"
"मेरे रिश्तेदारों के घरों को भी नुकसान पहुंचा है"
जम्मू-कश्मीर के एक स्थानीय निवासी ने बताया, "पाकिस्तानी गोलीबारी में मेरे घर का पूरा आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। मेरे रिश्तेदारों के घरों को भी नुकसान पहुंचा है। उन्हें भी काफी नुकसान हुआ है। रात में भारी गोलाबारी हुई। हम देश और सेना के साथ हैं।"पाकिस्तानी हमलों के बाद जयपुर के सीमावर्ती इलाकों में हाई अलर्ट कर दिया गया है और सभी संवेदनशील इलाकों पर नजर रखी जा रही है।
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