इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करना हर करदाता के लिए अनिवार्य होता है। लेकिन करदाताओं के सामने यह समस्या होती है कि उन्हें किस आईटीआई फॉर्म का चयन करना चाहिए। यह करदाता के आय के स्रोत करदाता की वित्तीय स्थिति और श्रेणी पर निर्भर करता है।
क्या है आईटीआर फॉर्म?
इनकम टैक्स रिटर्न फॉर्म एक दस्तावेज होते हैं जिसके माध्यम से करदाता अपने टैक्स, आय और अन्य वित्तीय जानकारी आयकर विभाग को देते हैं। करदाताओं की श्रेणी के अनुसार अलग-अलग आईटीआर फॉर्म उपलब्ध होते हैं। जैसे व्यक्तिगत करदाता हिंदू और विभाजित परिवार व्यवसाय कंपनियों आदि। आईसर रिटर्न दाखिल करते समय सही आइटीआर फॉर्म का चयन करने से प्रक्रिया और आसान हो जाती है और गलतियों से भी बचा जा सकता है।
आपके लिए कौन सा आईटीआर फॉर्म उपयुक्त होगा?
ITR-1 (सहज)
यह फॉर्म व्यक्तिगत करदाताओं के लिए होता है, जिनकी कुल आय 50 लाख रुपये तक होती है। ऐसे व्यक्ति जिनकी आय वेतन, एक मकान संपत्ति से आय, और अन्य स्रोत (जैसे ब्याज, लाभांश आदि) से होती है।
यदि आप नौकरीपेशा व्यक्ति हैं और आपकी आय वेतन, बचत खाते के ब्याज या किराए से आती है तो आपके लिए आईटीआर फॉर्म -1 उपयुक्त होगा।
ITR-2
यह फॉर्म व्यक्तिगत करदाता और एचयूएफ, जिनकी आय में पूंजीगत लाभ, विदेशी संपत्ति, या एक से अधिक मकान संपत्ति से पैसा आता है। ऐसे लोग जिनके पास कृषि आय 5,000 रुपये से अधिक है। उनके लिए भी यह फॉर्म उपयुक्त है।
ITR-3
ऐसे व्यक्तिगत करदाता या एचयूएफ, जिन्हें बिजनेस या प्रोफेशन से इनकम हो रही है। जिनमें पूंजीगत लाभ, मकान संपत्ति और अन्य स्रोत से आए भी शामिल है।
यदि आप एक फ्रीलांसर या छोटे व्यवसाय के मालिक हैं तो आपके लिए आईटीआर 3 उपयुक्त होगा
ITR-4 (सुगम)
यह फॉर्म व्यक्तिगत करदाता, एचयूएफ, या साझेदारी फर्म जिन्होंने प्रेसम्पटिव टैक्सेशन स्कीम का विकल्प चुना है। उनके लिए बेहतर है। ऐसे करदाता जो 50 लाख रुपये तक की आय व्यवसाय, पेशा, वेतन, एक मकान संपत्ति, और अन्य स्रोत से कमाते हैं। उनके लिए ये फॉर्म उपयुक्त है।
ITR-5
यह फॉर्म साझेदारी फर्म, एलएलपी, एसोसिएशन ऑफ पर्सन्स और बॉडी ऑफ इंडिविजुअल्स के लिए उपयुक्त होता है।
ITR-6
यह फॉर्म ऐसी कंपनियों के लिए उपयुक्त है जो धारा 11 के अंतर्गत छूट का दवा नहीं करती।
ITR-7
यह फॉर्म ट्रस्ट, धर्मार्थ संस्थान, और धारा 139(4A), 139(4B), 139(4C), 139(4D) के तहत रिटर्न दाखिल करने वाली संस्थाओं के लिए उपयुक्त है।
सही आइटीआर फॉर्म का चुनाव कैसे करें
1. सबसे पहले अपनी आय का सही आकलन करें जैसे आपकी स्रोत से आय कमा रहे हैं उनकी सभी की सूची बनाएं।
2. क्या आप व्यक्तिगत करदाता है, कंपनी है या ट्रस्ट है इसके अनुसार अपने फार्म का चयन करें।
3. कुछ फॉर्म जैसे आईटीआर 1 और आईटीआर-4 पचास लाख रुपये तक की आई के लिए है इसलिए अपनी इनकम की सीमा जांचें।
4. अगर आपके पास विदेशी संपत्ति, पूंजीगत लाभ, या प्रेसम्पटिव टैक्सेशन स्कीम का विकल्प है, तो फॉर्म का चयन सावधानी से करें।
5. यदि आपको इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने में किसी भी प्रकार की परेशानी है तो किसी पेशेवर की सहायता ले सकते हैं।
क्या है आईटीआर फॉर्म?
इनकम टैक्स रिटर्न फॉर्म एक दस्तावेज होते हैं जिसके माध्यम से करदाता अपने टैक्स, आय और अन्य वित्तीय जानकारी आयकर विभाग को देते हैं। करदाताओं की श्रेणी के अनुसार अलग-अलग आईटीआर फॉर्म उपलब्ध होते हैं। जैसे व्यक्तिगत करदाता हिंदू और विभाजित परिवार व्यवसाय कंपनियों आदि। आईसर रिटर्न दाखिल करते समय सही आइटीआर फॉर्म का चयन करने से प्रक्रिया और आसान हो जाती है और गलतियों से भी बचा जा सकता है।
आपके लिए कौन सा आईटीआर फॉर्म उपयुक्त होगा?
ITR-1 (सहज)
यह फॉर्म व्यक्तिगत करदाताओं के लिए होता है, जिनकी कुल आय 50 लाख रुपये तक होती है। ऐसे व्यक्ति जिनकी आय वेतन, एक मकान संपत्ति से आय, और अन्य स्रोत (जैसे ब्याज, लाभांश आदि) से होती है।
यदि आप नौकरीपेशा व्यक्ति हैं और आपकी आय वेतन, बचत खाते के ब्याज या किराए से आती है तो आपके लिए आईटीआर फॉर्म -1 उपयुक्त होगा।
ITR-2
यह फॉर्म व्यक्तिगत करदाता और एचयूएफ, जिनकी आय में पूंजीगत लाभ, विदेशी संपत्ति, या एक से अधिक मकान संपत्ति से पैसा आता है। ऐसे लोग जिनके पास कृषि आय 5,000 रुपये से अधिक है। उनके लिए भी यह फॉर्म उपयुक्त है।
ITR-3
ऐसे व्यक्तिगत करदाता या एचयूएफ, जिन्हें बिजनेस या प्रोफेशन से इनकम हो रही है। जिनमें पूंजीगत लाभ, मकान संपत्ति और अन्य स्रोत से आए भी शामिल है।
यदि आप एक फ्रीलांसर या छोटे व्यवसाय के मालिक हैं तो आपके लिए आईटीआर 3 उपयुक्त होगा
ITR-4 (सुगम)
यह फॉर्म व्यक्तिगत करदाता, एचयूएफ, या साझेदारी फर्म जिन्होंने प्रेसम्पटिव टैक्सेशन स्कीम का विकल्प चुना है। उनके लिए बेहतर है। ऐसे करदाता जो 50 लाख रुपये तक की आय व्यवसाय, पेशा, वेतन, एक मकान संपत्ति, और अन्य स्रोत से कमाते हैं। उनके लिए ये फॉर्म उपयुक्त है।
ITR-5
यह फॉर्म साझेदारी फर्म, एलएलपी, एसोसिएशन ऑफ पर्सन्स और बॉडी ऑफ इंडिविजुअल्स के लिए उपयुक्त होता है।
ITR-6
यह फॉर्म ऐसी कंपनियों के लिए उपयुक्त है जो धारा 11 के अंतर्गत छूट का दवा नहीं करती।
ITR-7
यह फॉर्म ट्रस्ट, धर्मार्थ संस्थान, और धारा 139(4A), 139(4B), 139(4C), 139(4D) के तहत रिटर्न दाखिल करने वाली संस्थाओं के लिए उपयुक्त है।
सही आइटीआर फॉर्म का चुनाव कैसे करें
1. सबसे पहले अपनी आय का सही आकलन करें जैसे आपकी स्रोत से आय कमा रहे हैं उनकी सभी की सूची बनाएं।
2. क्या आप व्यक्तिगत करदाता है, कंपनी है या ट्रस्ट है इसके अनुसार अपने फार्म का चयन करें।
3. कुछ फॉर्म जैसे आईटीआर 1 और आईटीआर-4 पचास लाख रुपये तक की आई के लिए है इसलिए अपनी इनकम की सीमा जांचें।
4. अगर आपके पास विदेशी संपत्ति, पूंजीगत लाभ, या प्रेसम्पटिव टैक्सेशन स्कीम का विकल्प है, तो फॉर्म का चयन सावधानी से करें।
5. यदि आपको इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने में किसी भी प्रकार की परेशानी है तो किसी पेशेवर की सहायता ले सकते हैं।
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