हैदराबाद स्थित स्नेहा ऑर्गेनिक्स के 33 करोड़ रुपये के आईपीओ का शेयर अलॉटमेंट बुधवार को फाइनल होने जा रहा है। इस ऑफर को लेकर निवेशकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। जिन्होंने इस इश्यू में आवेदन किया था, वे जल्द ही यह देख पाएंगे कि उन्हें शेयर आवंटित हुए हैं या नहीं। इसके लिए उन्हें रजिस्ट्रार स्काईलाइन फाइनेंशियल सर्विसेज की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। निवेशक वहां “Snehaa Organics IPO” सेलेक्ट करके, अपना PAN या एप्लीकेशन नंबर दर्ज कर आसानी से अलॉटमेंट स्टेटस चेक कर सकते हैं।
यह पब्लिक इश्यू 29 अगस्त को खुला था और 2 सितंबर को बंद हुआ। कंपनी ने इसे 115 रुपये से 122 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड में पेश किया था। इस आईपीओ में कुल 26.79 लाख नए शेयर जारी किए गए। निवेशकों का रिस्पॉन्स काफी मजबूत रहा। समग्र रूप से इश्यू को लगभग 28 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। रिटेल निवेशकों की ओर से सबसे ज्यादा उत्साह दिखा और यह कैटेगरी 37.75 गुना सब्सक्राइब हुई। वहीं, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने अपनी कैटेगरी को 42.19 गुना, जबकि नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) ने 16.23 गुना सब्सक्राइब किया।
लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट में Snehaa Organics के शेयर मामूली प्रीमियम पर ट्रेड हो रहे हैं। फिलहाल, इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) करीब 4 रुपये प्रति शेयर है, जो इश्यू प्राइस से लगभग 3% ज्यादा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कंपनी का डेब्यू लगभग 126 रुपये के आसपास हो सकता है। यह प्रीमियम संकेत देता है कि निवेशकों में पॉजिटिव सेंटीमेंट है, लेकिन हाल ही में आए अन्य SME IPOs की तुलना में यह उतना मजबूत नहीं माना जा रहा।
अलॉटमेंट के बाद जिन निवेशकों को शेयर नहीं मिलेंगे, उनके पैसे की रिफंड प्रक्रिया 4 सितंबर से शुरू हो जाएगी। वहीं, जिनको शेयर अलॉट होंगे, उनके डिमैट अकाउंट में 4 सितंबर को ही शेयर क्रेडिट हो जाएंगे। स्नेहा ऑर्गेनिक्स के शेयर 5 सितंबर को NSE SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होंगे।
कंपनी की बात करें तो स्नेहा ऑर्गेनिक्स मुख्य रूप से सॉल्वेंट रिकवरी और रीसाइक्लिंग बिजनेस में काम करती है और यह फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री को सर्विस देती है। वित्तीय रूप से कंपनी ने हाल के वर्षों में अच्छी ग्रोथ दिखाई है। FY25 में कंपनी की आय 10% बढ़कर 26.29 करोड़ रुपये रही, जबकि शुद्ध लाभ (Net Profit) दोगुने से ज्यादा बढ़कर 7.34 करोड़ रुपये पहुंच गया।
इस आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, कर्ज चुकाने और अन्य कॉर्पोरेट कार्यों में करेगी। स्नेहा ऑर्गेनिक्स के अच्छे सब्सक्रिप्शन और ग्रोथ ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए निवेशकों की नजर अब इसके लिस्टिंग डे पर टिकी हुई है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
यह पब्लिक इश्यू 29 अगस्त को खुला था और 2 सितंबर को बंद हुआ। कंपनी ने इसे 115 रुपये से 122 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड में पेश किया था। इस आईपीओ में कुल 26.79 लाख नए शेयर जारी किए गए। निवेशकों का रिस्पॉन्स काफी मजबूत रहा। समग्र रूप से इश्यू को लगभग 28 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। रिटेल निवेशकों की ओर से सबसे ज्यादा उत्साह दिखा और यह कैटेगरी 37.75 गुना सब्सक्राइब हुई। वहीं, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने अपनी कैटेगरी को 42.19 गुना, जबकि नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) ने 16.23 गुना सब्सक्राइब किया।
लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट में Snehaa Organics के शेयर मामूली प्रीमियम पर ट्रेड हो रहे हैं। फिलहाल, इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) करीब 4 रुपये प्रति शेयर है, जो इश्यू प्राइस से लगभग 3% ज्यादा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कंपनी का डेब्यू लगभग 126 रुपये के आसपास हो सकता है। यह प्रीमियम संकेत देता है कि निवेशकों में पॉजिटिव सेंटीमेंट है, लेकिन हाल ही में आए अन्य SME IPOs की तुलना में यह उतना मजबूत नहीं माना जा रहा।
अलॉटमेंट के बाद जिन निवेशकों को शेयर नहीं मिलेंगे, उनके पैसे की रिफंड प्रक्रिया 4 सितंबर से शुरू हो जाएगी। वहीं, जिनको शेयर अलॉट होंगे, उनके डिमैट अकाउंट में 4 सितंबर को ही शेयर क्रेडिट हो जाएंगे। स्नेहा ऑर्गेनिक्स के शेयर 5 सितंबर को NSE SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होंगे।
कंपनी की बात करें तो स्नेहा ऑर्गेनिक्स मुख्य रूप से सॉल्वेंट रिकवरी और रीसाइक्लिंग बिजनेस में काम करती है और यह फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री को सर्विस देती है। वित्तीय रूप से कंपनी ने हाल के वर्षों में अच्छी ग्रोथ दिखाई है। FY25 में कंपनी की आय 10% बढ़कर 26.29 करोड़ रुपये रही, जबकि शुद्ध लाभ (Net Profit) दोगुने से ज्यादा बढ़कर 7.34 करोड़ रुपये पहुंच गया।
इस आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, कर्ज चुकाने और अन्य कॉर्पोरेट कार्यों में करेगी। स्नेहा ऑर्गेनिक्स के अच्छे सब्सक्रिप्शन और ग्रोथ ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए निवेशकों की नजर अब इसके लिस्टिंग डे पर टिकी हुई है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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