बोराना वीव्स लिमिटेड आईपीओ (Borana Weaves IPO) सब्सक्रिप्शन के लिए 20 मई को खुला और पहले दिन ही निवेशकों ने हाथ खोल कर स्वागत किया। यह पहले दिन 8.55 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल कैटेगरी में सर्वाधिक हलचल नजर आई और यह कैटेगरी 25.04 गुना बुक हुई। एनआईआई कैटेगरी और क्यूआईबी कैटेगरी में भी शानदार प्रतिक्रिया नजर आई और यह क्रमश: 11.56 गुना और 1.54 गुना सब्सक्राइब हुई।सार्वजनिक पेशकश का लगभग 75% योग्य संस्थागत खरीदारों (qualified institutional buyers) के लिए, लगभग 10% खुदरा निवेशकों (retail investors) के लिए और शेष 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (non-institutional investors) के लिए आरक्षित है।यह आईपीओ 22 मई को बंद होगा। शेयर अलॉटमेंट को संभवतः 23 मई को अंतिम रूप दिया जाएगा। 26 मई को डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट होंगे और कंपनी को 27 मई को BSE, NSE पर शेयर के लिस्ट होने की उम्मीद है।बाजार विश्लेषकों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में Borana Weaves IPO GMP 60 रुपये है, जो कैप प्राइस की तुलना में 27.7 प्रतिशत अधिक है। इश्यू खुलने के एक दिन पहले जीएमपी 55 रुपये था। इस इश्यू का उच्चतम जीएमपी 63 रुपये है। ग्रे मार्केट में मांग के चलते भी निवेशकों ने इस इश्यू के प्रति अपना रुझान दिखाया है।बोराना वीव्स आईपीओ का प्राइस बैंड 205-216 रुपये प्रति शेयर है। एक एप्लिकेशन के साथ न्यूनतम लॉट साइज 69 शेयरों का है। रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए अपर प्राइस बैंड पर न्यूनतम निवेश राशि 14 हजार 904 रुपये है। बोराना वीव्स मुख्य रूप से अनब्लीच्ड सिंथेटिक ग्रे फैब्रिक बनाती है, जिसका उपयोग फैशन, होम डेकोर और टेक्निकल टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज में होता है। कंपनी सूरत में तीन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चलाती है, जिसमें 15 टेक्सचराइजिंग मशीनें, 6 वार्पिंग मशीनें, 700 वाटर जेट लूम्स और 10 फोल्डिंग मशीनें लगी हैं।वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का रेवेन्यू 199.05 करोड़ रहा, जिसमें 41.17 करोड़ रुपये का EBITDA और 23.58 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (PAT) दर्ज किया गया। दिसंबर 2024 तक नौ महीनों में कंपनी का रेवेन्यू 211.61 करोड़ रुपये, EBITDA 46.03 करोड़ रुपये और PAT 29.30 करोड़ रुपये रहा।कंपनी इस इश्यू से प्राप्त पूंजी का उपयोग मुख्य रूप से सूरत में चौथे मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना, वर्किंग कैपिटल की आवश्यकता को पूरा करने और सामान्य कॉर्पोरेट कार्यों में करेगी।(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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