नई दिल्ली। मुस्तफाबाद स्थित दयालपुर इलाके में उस वक्त सनसनी मच गई। जब वहां एक छह मंजिला इमारत देखते-देखते ही जमींदोज हो गई। हादसे में 11 लोगों की मौत की खबर है। 20 लोगों को मलबे से बाहर निकाल लिया गया है। अभी भी कई लोग मलबे में फंसे हुए हैं। जिन्हें बाहर निकालने का काम जारी है।
दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शनिवार सुबह एक बिल्डिंग गिर गई। जिसके मलबे में दबकर 11 लोगों की मौत हो गई है। कई लोग मलबे में फंसे है। जिन्हें बाहर निकालने का काम जारी है। यह घटना सुबह करीब 3 बजे हुई। इस हादसे पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दुख जताया है। मौके पर डॉग स्क्वॉड, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें मौजूद हैं। फिलहाल बचाव अभियान जारी है।
छह मंजिला इमारत देखते-देखते ही जमींदोज हो गई। इस पूरे हादसे का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें इस इमारत को गिरते हुए देखा जा सकता है। हादसे की सूचना शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात करीब दो से तीन बजे के बीच में दमकल विभाग को मिली, जिसके बाद तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। अभी भी कई लोगों फंसे हुए हैं।हादसे के बाद से अब तक मलबे से 20 लोगों को निकाला जा चुका है, जिसमें चार लोगों की मौत पुलिस कंफर्म कर रही है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि हादसे में 11 लोगों की जान गई है।
पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात करीब तीन बजे शक्ति विहार की गली नंबर 1 में एक इमारत के ढहने की सूचना पुलिस स्टेशन दयालपुर को मिली। मौके पर पहुंचने पर पता चला कि तहसीन पुत्र यासीन की चार मंजिला इमारत ढह गई थी, जिसमें कथित तौर पर 22 लोग फंसे हुए थे।
एनडीआरएफ, डीएफएस और एम्बुलेंस सेवाओं को तुरंत बुलाया गया और बचाव कार्य शुरू किया गया। अब तक करीब 20 लोगों को बचाकर जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है, जहां डॉक्टरों ने उनमें से चार को मृत घोषित कर दिया। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। अभी भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।
डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने बताया कि सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और पाया कि पूरी इमारत ढह गई है। हमें लोगों के मलबे में फंसे होने की सूचना भी मिली। रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ और दिल्ली अग्निशमन सेवा की टीमें मिलकर काम कर रही है।
हादसे को लेकर दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा, इस घटना के लिए बिल्डर, माफिया और एमसीडी के अधिकारी जिम्मेदार हैं, इन्हें बख्सा नहीं जाएगा, इस पूरे एरिये का सर्वे कराने और ऐसी कमजोर हालत में जो भी इमारतें हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करने का काम दिल्ली सरकार करेगी। दिल्ली में मुस्तफाबाद, सीलमपुर, जाफराबाद, सीमापुरी, जामिया, पुरानी दिल्ली जैसे इलाकों में ऐसे अवैध निर्माणों की बाढ़ है।निगम के कमिश्नर को निर्देश दिया गया हैं कि आसपास की असुरक्षित इमारतों को खाली कराया जाए। किसी भी जिम्मेदार अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
वहीं, मुस्तफाबाद विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने कहा, ‘अभी कुछ दिन पहले की बात है मैंने विधानसभा में यही मुद्दा उठाया था कि मुस्तफाबाद में कैसे 50-60 वर्ग गज में 5-6 मंजिल मकान बनाए जा रहे हैं, मैंने एमसीडी कमिश्नर, एलजी सबको इसके संबंध में पत्र लिखा, लेकिन निगम की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई, आज की ये घटन इसी का परिणाम है।’
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जताया दुख
सीएम रेखा गुप्ता ने घटना पर दुख जताते हुए कहा, मुस्तफाबाद में इमारत गिरने की दर्दनाक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। राहत एवं बचाव कार्यों में DDMA, NDRF, DFS और अन्य एजेंसियां सतत रूप से जुटी हैं। सभी घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था की गई है। इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में जिनकी मौत हुई है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवारों को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति दें।’
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