GST Rate Cut की वजह से Smart TV पहले तो सस्ते हो गए लेकिन अब जल्द ही आपको LED TV के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं. जीएसटी दर में हुए बदलावों के बाद बड़े स्क्रीन वाले टीवी की कीमतें कम हो गई थी, लेकिन मार्केट में फ्लैश मेमोरी चिप्स की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई है लेकिन चिप्स की कमी के कारण कीमतें बढ़ सकती है. कंपनियों के मुताबिक, ज्यादा मांग और कम सप्लाई के कारण पिछले तीन महीने में फ्लैश मेमोरी की कीमत में 50 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो चुकी है.
टीवी निर्माताओं का कहना है कि सप्लायर्स के पास DDR4 और DDR3 मेमोरी चिप्स की कमी है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एआई डेटा सेंटटर की मांग बढ़ी है जिस कारण से चिप मेकर्स का फोकस शिफ्ट हो गया है. यही वजह है कि कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल होने वाले मेमोरी चिप्स की सप्लाई में कमी आई है. TV, मोबाइल फोन, यूएसबी डिवाइस, लैपटॉप समेत कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स में फ्लैश मेमोरी का इस्तेमाल किया जाता है.
कहां से आती है फ्लैश मेमोरी चिप्स?न केवल स्मार्ट टीवी बल्कि कुछ स्मार्टफोन कंपनियों ने तो मौजूदा मोबाइल फोन की कीमतें बढ़ानी भी शुरू कर दी हैं. मौजूदा स्मार्टफोन्स तो महंगे हो ही रहे हैं लेकिन इस बात का भी संकेत मिलने लगा है कि अपकमिंग स्मार्टफोन्स को भी ज्यादा कीमत में लॉन्च किया जा सकता है. यहां गौर करने वाली बात यह है कि 2021-2022 में चिप्स की कीमत के बाद ये सबसे बड़ी समस्या है. इन इलेक्ट्ऱॉनिक प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल होने वाले फ्लैश मेमोरी चिप्स चीन से आती है.
SPPL CEO अवनीत सिंह मरवाह ने बिजनेसलाइन को दी जानकारी में बताया कि, एआई डेटा सेट में DDR7 और DDR6 चिप्स का इस्तेमाल होता है. मांग ज्यादा और चिप मेकर्स की ओर से सप्लाई पूरी नहीं हो पाने की वजह से अब DDR3 और DDR4 चिप्स का AI के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
You may also like

ट्रेनों में चोरी करने वाले गिरोह के मां-बेटा सहित चार गिरफ्तार

धमतरी : तेज़ी से हो रहा गाड़ाडीह-परखंदा-गुदगुदा-नारी मार्ग का चौड़ीकरण

रामगढ़ के सैकड़ों स्थानों पर गाई गई राष्ट्रीय गीत

ऐसे टोलों में आंगनवाड़ी केंद्र बनेंगे जिनकी आबादी होगी 100 लोगों की : रंजना चोपड़ा

मेरे परिवारजनों के भव्य स्वागत ने अभिभूत कर दिया: नरेन्द्र मोदी




