गांधीनगर, 24 सितंबर . Gujarat स्टेट बायोटेक्नोलॉजी मिशन के डायरेक्टर दिग्विजय सिंह जडेजा (आईएएस) ने Wednesday को बताया कि बायोटेक्नोलॉजी Gujarat के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.
उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि तत्कालीन Chief Minister और वर्तमान Prime Minister Narendra Modi ने बायोटेक्नोलॉजी को भविष्य का आधार माना था. इसी दृष्टिकोण के साथ Gujarat में बायोटेक्नोलॉजी मिशन की शुरुआत की गई, जिसके सकारात्मक परिणाम अब सामने आ रहे हैं.
जडेजा ने बताया कि बायोटेक्नोलॉजी एक ऐसा क्षेत्र है, जो कृषि, फार्मास्यूटिकल्स और ईंधन जैसे विविध क्षेत्रों में क्रांति ला सकता है. Gujarat में कई फार्मा कंपनियां, जैसे ज़ाइडस और इंटास, वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी हैं. इन कंपनियों ने बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नए मानक स्थापित किए हैं. सौराष्ट्र क्षेत्र में भी उद्योग, जैसे मशीन टूल्स और सिरेमिक, अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के लिए जाना जाता है.
उन्होंने बताया कि राज्य Government की नीतियां बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रही हैं. Government निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह की सब्सिडी दे रही है. इनमें स्टाम्प ड्यूटी में छूट, बिजली शुल्क में सहायता, और ब्याज सब्सिडी शामिल हैं, जिससे उद्यमियों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध हो रहा है. इसके अलावा, कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) में भी Government सहायता प्रदान कर रही है. शोध और स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के लिए Government मशीन खरीद से लेकर अन्य जरूरी खर्चों में मदद कर रही है.
जडेजा ने बताया कि इन नीतियों के कारण Gujarat बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. इस दिशा में जागरूकता बढ़ाने और उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए सौराष्ट्र में एक क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. यह सम्मेलन बायोटेक्नोलॉजी के महत्व और इसके फायदों को उजागर करने में मदद करेगा.
जडेजा ने जोर देकर कहा कि बायोटेक्नोलॉजी न केवल Gujarat, बल्कि पूरे देश के लिए भविष्य की दिशा तय करेगा.
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एसएचके/डीएससी
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