पटना, 22 अगस्त . बिहार के कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष भले ही सवाल उठा रहा हो, लेकिन पुलिस खासकर विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को पिछले साल की तुलना में इस साल अधिक सफलता मिली है. आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 20 अगस्त तक 101 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 44 था.
बिहार के अपर पुलिस महानिदेशक (अभियान) कुंदन कृष्णन ने आज बताया कि पिछले साल अपराधियों के साथ हुई आठ मुठभेड़ों में एसटीएफ शामिल थी, जबकि इस साल अब तक अपराधियों के साथ 23 मुठभेड़ों में एसटीएफ की टीम शामिल हुई. उन्होंने बताया कि पिछले साल यानी 2024 में कुल 752 अपराधकर्मियों को गिरफ्तार किया गया था, जबकि इस वर्ष 20 अगस्त तक कुल 857 अपराधकर्मी गिरफ्तार हुए हैं.
आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वर्ष में मात्र 19 हथियार बरामद किए गए थे, जबकि इस वर्ष 32 हथियार और 12,176 कारतूस बरामद किए गए हैं. इसी तरह वर्ष 2024 में कुल 21,26,332 रुपये बरामद किए गए थे, जबकि इस वर्ष अब तक एक करोड़ से अधिक रुपयों की बरामदगी की जा चुकी है.
उन्होंने बताया कि इस साल संगठित अपराधकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए चार नए सेल, नारकोटिक्स सेल, सोशल मीडिया सेल, एआईयू एवं सुपारी किलर निगरानी सेल और एक हिट टीम का गठन किया गया. उन्होंने आगे बताया कि इस साल एसटीएफ की टीम ने राज्य से बाहर जाकर भी 64 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी 17 राज्यों से की गई, जिसमें सबसे अधिक दिल्ली से 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि पश्चिम बंगाल से नौ और उत्तर प्रदेश तथा गुजरात से सात-सात लोगों को गिरफ्तार किया गया.
इसके अलावा झारखंड से छह, हरियाणा से पांच और महाराष्ट्र से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि विशेष कार्य बल की टीम लगातार चौकसी से काम कर रही है. संगठित अपराध के विरुद्ध कार्रवाई के लिए एसओजी की संख्या में बढ़ोतरी की गई. अभी वर्तमान में कुल 15 एसओजी कार्यरत हैं.
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एमएनपी/डीएससी
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