नागपुर, 13 अगस्त . समाजवादी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष अबू आजमी ने Mumbai महानगर पालिका चुनाव में सपा के अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान करके महाराष्ट्र की सियासत को गरमा दिया है. एनसीपी-शरद गुट के नेताओं का कहना है कि यह घोषणा सिर्फ कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए है. बीएमसी चुनावों को लेकर चर्चा होगी, तब निर्णय लिया जाएगा.
एनसीपी-शरद पवार गुट की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष शशिकांत शिंदे ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के दल जब एक साथ बैठेंगे, तभी इस विषय पर बात होगी. हालांकि एनसीपी-शरद गुट ने समाजवादी पार्टी को महा विकास आघाड़ी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऑफर भी दिया है. शशिकांत शिंदे ने कहा, “अगर वह (सपा) महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की तरफ से लड़ते हैं तो उनका स्वागत है.”
अबू आजमी की घोषणा पर एनसीपी-शरद गुट के नेता रोहित पवार ने कहा, “सब जगह सब नेता यही बोलेंगे कि हम अकेले लड़ेंगे, लेकिन चुनाव को लेकर बाद में चर्चा की जाएगी और फिर फैसला होगा.” पवार ने कहा, “चुनाव नजदीक आने पर क्या तय होगा, यह महत्वपूर्ण है. फिलहाल, नेताओं के बयान सिर्फ कार्यकर्ताओं में जोश भरने वाले हैं.”
समाजवादी पार्टी ‘इंडिया’ ब्लॉक का हिस्सा है, जिसमें कांग्रेस, शिवसेना-यूबीटी और शरद पवार भी शामिल हैं. इसके बावजूद, सपा ने बीएमसी चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान किया. समाजवादी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष अबू आजमी ने घोषणा की कि सपा अकेले 150 सीटों पर Mumbai महानगर पालिका का चुनाव लड़ेगी. दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अबू आजमी ने दो टूक शब्दों में कहा कि सपा बीएमसी चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर बिल्कुल भी नहीं लड़ेगी.
इससे पहले, 2024 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भी समाजवादी पार्टी ने अकेले लड़ा था, जिसमें 9 सीटों में से 2 विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी.
–
डीसीएच/
You may also like
क्या आप जानते है नींबू पानी से दांतों को पहुंच सकता है खतरा, इंजेक्शन से ठीक होगा ग्लूकोमा
Aaj ka Makar Rashifal 14 August 2025 : आज मकर राशि वालों के लिए करियर में आएगा सुनहरा मोड़, जानें कैसे
यूपी के 6 जिलों में 923 गांवों में बनेंगे हाईटेक शहर: किसानों के लिए खुशखबरी, रोजगार और विकास का सुनहरा मौका
कांग्रेस ने अतीत की गलतियों की सजा सत्ता खोकर पाई : सीएम मोहन यादव
जुलाई 2025 से DA में 3% की बढ़ोतरी: करोड़ों कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत