कहते हैं कि प्रैक्टिस और इनोवेशन से नई-नई टेक्नॉलजी और मशीन मैन्युफैक्चरिंग के दरवाजे खुलते हैं, लेकिन 21वीं सदी में रिवर्स इंजीनियरिंग नाम का एक प्रोसेस भी है, जिसमें ऐसा होता है एक नई कंपनी दूसरी स्थापित कंपनी के प्रोडक्ट खरीदती है और फिर उसके सारे पार्ट-पुर्जे अलग कर फिर से असेंबल कर नया प्रोडक्ट बनाने की तरकीबें और तरीके सीखती हैं। कुछ ऐसा ही चीन की पॉपुलर टेक कंपनी शाओमी ने इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में एंट्री से पहले की थी और इसने टेस्ला की 3 मॉडल वाई एसयूवी को खरीदकर इससे पार्ट-पार्ट अलग कर दिए थे। इस रिवर्स इंजीनियरिंग से शाओमी अपनी वाईयू7 एसयूवी की मैन्युफैक्चरिंग में काफी मदद मिली थी।
इलेक्ट्रिक एसयूवी बनाने में मिली प्रेरणाहाल ही में शाओमी के सीईओ लेई जून ने बताया कि नई इलेक्ट्रिक एययूवी YU7 को टेस्ला की सबसे ज्यादा बिकने वाली मॉडल Y से बेहतर बनाने के लिए उनकी कंपनी ने एक अनोखा तरीका अपनाया था। उन्होंने इस साल की शुरुआत में तीन टेस्ला मॉडल Y खरीदीं और उन्हें पूरी तरह से खोलकर एक-एक पुर्जे का बारीकी से अध्ययन किया। इस रिवर्स-इंजीनियरिंग की मेहनत का नतीजा यह हुआ कि शाओमी YU7 लोगों को खूब पसंद आई और लॉन्च के महज इसने 24 घंटे में 2 लाख से ज्यादा प्री-ऑर्डर हासिल कर लिए। चीन में टेस्ला को बीवाईडी और शाओमी समेत अन्य कंपनियों की इलेक्ट्रिक कारें कड़ी टक्कर दे रही हैं।
लेई जून ने की टेस्ला कारों की तारीफलेई जून ने टेस्ला की इंजीनियरिंग की तारीफ की, लेकिन साथ ही YU7 की किफायती कीमत, बेहतर इंटीरियर और बैटरी परफॉर्मेंस पर भी जोर दिया, जो चीन के तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक वीइकल मार्केट में दबदबे का संकेत है। लेई जून ने बीजिंग नैशनल कन्वेंशन सेंटर में ये सारी बातें कन्फेस की। हालांकि, लेई जून ने अपने अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी टेस्ला के बारे में कोई बुरी बात नहीं कही। उन्होंने बाकायदा मॉडल Y को बहुत शानदार कार बताया। उन्होंने यह भी कहा कि जो ग्राहक YU7 को छोड़कर टेस्ला का विकल्प चुनना चाहें, वे ऐसा कर सकते हैं।
ऑटो इंडस्ट्री के लिए कॉमन है ‘टीयरडाउन’आपको बता दें कि यह टीयरडाउन, यानी किसी गाड़ी को खोलकर उसके पुर्जों का अध्ययन करना ऑटो इंडस्ट्री में कोई नई बात नहीं है। फोर्ड के सीईओ जिम फार्ली ने भी अपने टेस्ला के टीयरडाउन को चौंकाने वाला कदम बताया था। उन्होंने पाया कि उनकी मस्टैंग Mach-E में टेस्ला के मॉडलों की तुलना में 1.6 किलोमीटर ज्यादा वायरिंग थी। इस अतिरिक्त वायरिंग से गाड़ी का वजन बढ़ जाता है, जिससे बैटरी की लागत भी बढ़ जाती है।
इलेक्ट्रिक एसयूवी बनाने में मिली प्रेरणाहाल ही में शाओमी के सीईओ लेई जून ने बताया कि नई इलेक्ट्रिक एययूवी YU7 को टेस्ला की सबसे ज्यादा बिकने वाली मॉडल Y से बेहतर बनाने के लिए उनकी कंपनी ने एक अनोखा तरीका अपनाया था। उन्होंने इस साल की शुरुआत में तीन टेस्ला मॉडल Y खरीदीं और उन्हें पूरी तरह से खोलकर एक-एक पुर्जे का बारीकी से अध्ययन किया। इस रिवर्स-इंजीनियरिंग की मेहनत का नतीजा यह हुआ कि शाओमी YU7 लोगों को खूब पसंद आई और लॉन्च के महज इसने 24 घंटे में 2 लाख से ज्यादा प्री-ऑर्डर हासिल कर लिए। चीन में टेस्ला को बीवाईडी और शाओमी समेत अन्य कंपनियों की इलेक्ट्रिक कारें कड़ी टक्कर दे रही हैं।
लेई जून ने की टेस्ला कारों की तारीफलेई जून ने टेस्ला की इंजीनियरिंग की तारीफ की, लेकिन साथ ही YU7 की किफायती कीमत, बेहतर इंटीरियर और बैटरी परफॉर्मेंस पर भी जोर दिया, जो चीन के तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक वीइकल मार्केट में दबदबे का संकेत है। लेई जून ने बीजिंग नैशनल कन्वेंशन सेंटर में ये सारी बातें कन्फेस की। हालांकि, लेई जून ने अपने अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी टेस्ला के बारे में कोई बुरी बात नहीं कही। उन्होंने बाकायदा मॉडल Y को बहुत शानदार कार बताया। उन्होंने यह भी कहा कि जो ग्राहक YU7 को छोड़कर टेस्ला का विकल्प चुनना चाहें, वे ऐसा कर सकते हैं।
ऑटो इंडस्ट्री के लिए कॉमन है ‘टीयरडाउन’आपको बता दें कि यह टीयरडाउन, यानी किसी गाड़ी को खोलकर उसके पुर्जों का अध्ययन करना ऑटो इंडस्ट्री में कोई नई बात नहीं है। फोर्ड के सीईओ जिम फार्ली ने भी अपने टेस्ला के टीयरडाउन को चौंकाने वाला कदम बताया था। उन्होंने पाया कि उनकी मस्टैंग Mach-E में टेस्ला के मॉडलों की तुलना में 1.6 किलोमीटर ज्यादा वायरिंग थी। इस अतिरिक्त वायरिंग से गाड़ी का वजन बढ़ जाता है, जिससे बैटरी की लागत भी बढ़ जाती है।
You may also like

दिल्ली धमाके पर केंद्रीय कैबिनेट ने पास किया प्रस्ताव, क्या कहा?

भारत के इसˈ गाँव में बोलकर नहीं बल्कि सीटी बजाकर लोग करते हैं एक-दूसरे से बात﹒

कैबिनेट ने सीजीएसई को दी मंजूरी, एमएसएमई और गैर-एमएसएमई निर्यातकों को मिलेगा लाभ

गुजरात में कांग्रेस का युवा जोर, राहुल गांधी के 'मिस्टर भरोसेमंद' को मिली बड़ी जिम्मेदारी, दरका पाएंगे बीजेपी का किला

खाली पेट पीयाˈ नींबू पानी, 13 दिन में दिखा ऐसा बदलाव कि लोग पूछने लगे राज﹒




