US Visa Cancellation: अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार की वापसी के बाद से ही विदेशी छात्रों की मुश्किलें बढ़ चुकी हैं। ट्रंप ने चुनाव के दौरान वादा किया था कि वह बड़े पैमाने पर विदेशी लोगों को बाहर करेंगे। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप सरकार की वापसी के 100 दिनों के भीतर 4000 विदेशी छात्रों के वीजा रद्द किए गए हैं। अमेरिका में सिर्फ छात्रों के वीजा ही रद्द नहीं किए गए हैं, कुछ छात्रों को हिरासत में भी लिया गया है और कुछ को वापस उनके देश भेजने की तैयारी है। आलम ये है कि अब डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी के नेता भी एक सुर में बोलने गए हैं। उन्होंने ट्रंप सरकार से गुजारिश की है कि छात्रों पर कार्रवाई नियमों के दायरे में की जाए। उनका कहना है कि हर चीज पारदर्शी हो। हालांकि, ट्रंप सरकार के वरिष्ठ अधिकारी जीरो टोलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं। इसका मतलब है कि वे किसी भी तरह की गलती को बर्दाश्त नहीं करेंगे। खासकर उन छात्रों के खिलाफ जो कैंपस में फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे थे। ऐसे छात्रों पर सबसे ज्यादा कार्रवाई हुई है। विदेश मंत्री ने क्या कहा?वहीं, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एक मीटिंग में कहा, "किसी को भी स्टूडेंट वीजा पाने का हक नहीं है।" उन्होंने आगे कहा, "अगर आप इस देश में स्टूडेंट बनकर आते हैं, तो हम उम्मीद करते हैं कि आप क्लास जाएंगे, पढ़ाई करेंगे और डिग्री लेंगे। अगर आप यहां लाइब्रेरी में तोड़फोड़ करेंगे, कैंपस पर कब्जा करेंगे और अजीब चीजें करेंगे, तो हम आपको यहां से निकाल देंगे।" वह पहले ही कह चुके हैं कि अमेरिका का वीजा विशेषाधिकार है, किसी तरह का अधिकार नहीं। किन वजहों से कैंसिल हुए वीजा?स्टेट डिपार्टमेंट के एक बड़े अधिकारी ने न्यूयॉर्क पोस्ट को बताया कि 90% छात्रों के वीजा इसलिए रद्द किए गए क्योंकि उन्होंने कुछ अपराध किए थे। इनमें आग लगाना, वन्यजीवों और इंसानों की तस्करी, घरेलू हिंसा, शराब पीकर गाड़ी चलाना, चोरी और बच्चों को खतरे में डालना जैसे अपराध शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 500 से ज्यादा छात्रों पर मारपीट के आरोप हैं। एक अधिकारी ने कहा, "वे यहां आए और बिना किसी डर के कानून तोड़ रहे थे।" उन्होंने बताया कि इन मामलों को देखने के लिए एक स्पेशल एक्शन टीम बनाई गई है। स्टेट डिपार्टमेंट ने डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी के साथ मिलकर काम किया। उन्होंने डेटाबेस की जानकारी को कानून प्रवर्तन रिकॉर्ड के साथ मिलाया। इसके बाद, उन्होंने ट्रंप के इमिग्रेशन नियमों के तहत केवल गंभीर मामलों पर ध्यान दिया।अधिकारी ने यह भी कहा कि उन्होंने मामूली मामलों में वीजा रद्द नहीं किए, जैसे कि कूड़ा फेंकना या जिन मामलों में आरोप हटा दिए गए थे। उनका कहना है कि यह सिर्फ गंभीर मामलों से जुड़ा हुआ है। स्टेट डिपार्टमेंट के अधिकारी ने यह भी बताया कि भविष्य में छात्रों के अलावा अन्य वीजा कैटेगरी पर भी ध्यान दिया जा सकता है।
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US में 100 दिन में 4000 स्टूडेंट वीजा कैंसिल, विदेशी छात्रों पर आफत बनकर क्यों टूटी ट्रंप सरकार?
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