लैपटॉप एक ऐसा गैजेट है, जो पढ़ाई से लेकर ऑफिस का काम करने और अपना मनोरंजन करने तक के काम आता है। आज के समय में छोटे से बड़े तक इसका उपयोग करते हैं, जो उनके काम को आसान बनाने के साथ-साथ मूड भी अच्छा कर देता है। लेकिन अगर आपसे कहा जाए कि लैपटॉप से आपके स्पर्म और एग की क्वालिटी खराब हो जाती है तो।
है न हैरान करने वाली बात। लेकिन ये वाकई सच है। लैपटॉप आपको इनफर्टिलिटी का शिकार बना सकता है। हाल ही में फिटनेस कोच प्रियांक मेहता (Fitness Coach Priyank Mehta) ने इस बारे में जागरूक करने के लिए अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया है।
वीडियो के जरिए उन्होंने लोगों को बताया कि लैपटॉप के जरिए वह बांझपन का शिकार हो सकते हैं। इसकी वजह गलत तरह से लैपटॉप का इस्तेमाल करना हो सकता है। आइए जानते हैं आखिर डेली लाइफ में इस्तेमाल आने वाला ये गैजेट आखिर आपकी फर्टिलिटी पर कैसे प्रभाव डालता है और इसके खतरों से बचने का सही तरीका क्या है।
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लैपटॉप डाल सकता है रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर खराब असर
इंस्टाग्राम पर एक मशहूर फिटनेस पेज है,जिसका नाम गेट सेट फिट (getsetfit)है। इसके कोच प्रियांक मेहता अपने वीडियोज के जरिए लोगों को फिटनेस और हेल्थ के प्रति जागरूक करते रहते हैं। इस बीच उन्होंने अपने एक हालिया वीडियो से सभी के होश उड़ा दिए। उन्होंने बताया कि लैपटॉप फर्टिलिटी पर बुरा प्रभाव डालता है। न केवल महिलाओं बल्कि पुरुषों के लिए भी यह हानिकारक साबित हो सकता है।
देखें वीडियो-
इस तरह खराब होती है स्पर्म की क्वालिटी
प्रियांक के मुताबिक,अगर आप अपने लैपटॉप को अपनी गोद पर रखकर इस्तेमाल करते हैं तो यह बांझपन का कारण बनेगा और आपके सेक्स हार्मोन पर असर डालेगा। लैपटॉप हमारे प्रजनन तंत्र (Reproductive System)में तापमान को कम से कम 3 डिग्री तक बढ़ा देता है,जो शुक्राणु उत्पादन (Sperm Production)के लिए हानिकारक है।
लैपटॉप से निकलने वाली गर्मी से होता है बड़ा नुकसान
यह महिलाओं के लिए भी उतना ही हानिकारक है। उन्होंने बताया,क्रोनिक हीट आपके शरीर के हार्मोन सिग्नलिंग को बाधित कर सकती है जिससे मूड में बदलाव,अनियमित मासिक धर्म,पेल्विक क्षेत्र में सूजन हो जाती है। लंबे समय तक गर्मी मेलाटोनिन उत्पादन को भी बाधित कर सकती है। बता दें कम मेलाटोनिन एग की क्वालिटी को कम कर देता है और गर्भपात का खतरा भी बढ़ जाता है।
बचने के लिए अपनाएं तीन उपाय
ये सभी नुकसान लैपटॉप को गोद पर रखकर काम करने से होते हैं। अगर आप काम या पढ़ाई करते वक्त कुछ उपायों को आजमा लें तो इसके खतरों से बचा जा सकता है,जो इस प्रकार हैं-
1- टेबल या स्टैंड का करें इस्तेमाल: हमेशा लैपटॉप का इस्तेमाल करते समय लैपटॉप टेबल या फिर स्टैंड का इस्तेमाल करें।
2- कूलिंग पैड: इसके अलावा कूलिंग पैड या इंसुलेटेड ट्रे का उपयोग कर सकते हैं।
3- लो बैटरी मोड: और हो सके तो अपने लैपटॉप को लो बैटरी मोड में इस्तेमाल करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता,सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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