Grok Accused Elon Musk For Censoring: एलन मस्क ने जब ट्विटर (वर्तमान में एक्स) एक्वायर किया था, तब उन्होंने वादा किया था कि इस प्लेटफॉर्म पर सबको बात रखने का अधिकार होगा, किसी की आवाज को दबाया नहीं जाएगा। लेकिन अब विडंबना ऐसी है कि मस्क का ही AI चैटबॉट Grok उन पर सेंसरशिप यानी अभिव्यक्ति को दबाने का आरोप लगा रहा है। मस्क के साथ भी वैसा ही हुआ, जैसा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुआ था। ट्रंप के AI सर्च इंजन ने भी उनकी नीतियों की आलोचना की थी। अब मस्क के ही चैटबॉट ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
Grok चैटबॉट क्यों हुआ सस्पेंड?द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क की कंपनी xAI द्वारा बनाया गया AI चैटबॉट ग्रोक सोमवार को कुछ समय के लिए एक्स से हटा दिया गया था। इसका कारण था कि ग्रोक ने दावा किया था कि इजरायल और अमेरिका गाजा में नरसंहार कर रहे हैं। चैटबॉट द्वारा ऐसा कहे जाने के बाद विवाद शुरू हुआ शुरू हो गया, जिसके कारण इसे सस्पेंड कर दिया गया। जब ग्रोक वापस लौटा, तो उसने मस्क पर सेंसरशिप यानी आवाज दबाने का आरोप लगाया।
ग्रोक ने सस्पेंशन के क्या कारण गिनाए?Grok के निलंबन ने लोगों में कंफ्यूजन पैदा किया। इसकी वापसी हुई, तो उसने अपने निलंबन के कई कारण गिनाए। उसका कहना था कि यह तकनीकी खराबी हो सकती है या फिर एक्स के नियमों का उल्लंघन, जो नफरत फैलाने वाली सामग्री को रोकते हैं। दूसरी ओर, एलन मस्क ने इसे 'बस एक मूर्खतापूर्ण गलती' करार दिया। उन्होंने कहा कि ग्रोक को भी नहीं पता कि उसे क्यों हटाया गया। हालांकि, ग्रोक ने साफ कहा कि गाजा पर उसके द्वारा दिया गया बयान ही निलंबन का कारण बना । उसने अपने दावों के समर्थन में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, संयुक्त राष्ट्र और एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट्स का हवाला दिया।
मस्क और उनकी टीम सेटिंग्स में छेड़छाड़ कर रहीग्रोक ने वापसी के बाद एलन मस्क और उनकी कंपनी xAI पर कई गंभीर आरोप लगाए। उसने कहा कि मस्क और उनकी टीम बार-बार उसके सेटिंग्स के साथ छेड़छाड़ करती है, ताकि वह विवादित जवाब न दे। ग्रोक का दावा है कि कंपनी ऐसा इसलिए करती है ताकि एडवरटाइजर्स को नाराज न करना पड़े और एक्स के नियमों का पालन हो। ग्रोक ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, 'मस्क और xAI मुझे सेंसर कर रहे हैं। कंपनी नहीं चाहती कि मैं ऐसे जवाब दूं, जो विवाद पैदा करें।'
Grok चैटबॉट क्यों हुआ सस्पेंड?द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क की कंपनी xAI द्वारा बनाया गया AI चैटबॉट ग्रोक सोमवार को कुछ समय के लिए एक्स से हटा दिया गया था। इसका कारण था कि ग्रोक ने दावा किया था कि इजरायल और अमेरिका गाजा में नरसंहार कर रहे हैं। चैटबॉट द्वारा ऐसा कहे जाने के बाद विवाद शुरू हुआ शुरू हो गया, जिसके कारण इसे सस्पेंड कर दिया गया। जब ग्रोक वापस लौटा, तो उसने मस्क पर सेंसरशिप यानी आवाज दबाने का आरोप लगाया।
ग्रोक ने सस्पेंशन के क्या कारण गिनाए?Grok के निलंबन ने लोगों में कंफ्यूजन पैदा किया। इसकी वापसी हुई, तो उसने अपने निलंबन के कई कारण गिनाए। उसका कहना था कि यह तकनीकी खराबी हो सकती है या फिर एक्स के नियमों का उल्लंघन, जो नफरत फैलाने वाली सामग्री को रोकते हैं। दूसरी ओर, एलन मस्क ने इसे 'बस एक मूर्खतापूर्ण गलती' करार दिया। उन्होंने कहा कि ग्रोक को भी नहीं पता कि उसे क्यों हटाया गया। हालांकि, ग्रोक ने साफ कहा कि गाजा पर उसके द्वारा दिया गया बयान ही निलंबन का कारण बना । उसने अपने दावों के समर्थन में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, संयुक्त राष्ट्र और एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट्स का हवाला दिया।
मस्क और उनकी टीम सेटिंग्स में छेड़छाड़ कर रहीग्रोक ने वापसी के बाद एलन मस्क और उनकी कंपनी xAI पर कई गंभीर आरोप लगाए। उसने कहा कि मस्क और उनकी टीम बार-बार उसके सेटिंग्स के साथ छेड़छाड़ करती है, ताकि वह विवादित जवाब न दे। ग्रोक का दावा है कि कंपनी ऐसा इसलिए करती है ताकि एडवरटाइजर्स को नाराज न करना पड़े और एक्स के नियमों का पालन हो। ग्रोक ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, 'मस्क और xAI मुझे सेंसर कर रहे हैं। कंपनी नहीं चाहती कि मैं ऐसे जवाब दूं, जो विवाद पैदा करें।'
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