बेगूसराय: गंगा नदी पर नवनिर्मित सिक्स लेन पुल का शुभारंभ करने के बाद पीएम मोदी और नीतीश कुमार पुल की रेलिंग के किनारे देर तक खड़े रहे। पीएम मोदी ने गमछा हिलाकर और नीतीश कुमार ने लगातार हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पीएम मोदी में एक खास जुगलबंदी और मित्रता दिखी। दोनों नेताओं ने अपने साथ को इंज्वाय किया। दोनों नेताओं ने इस दौरान एक दूसरे का हाथ पकड़ा और उसे उठाया और लोगों का एक साथ अभिवादन किया। पीएम मोदी खुश होकर गमछा हिला रहे थे। नीतीश कुमार उनका साथ देते हुए लगातार हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन कर रहे थे।
पीएम मोदी- नीतीश की जुगलबंदी
पुल पर खड़े रहने के दौरान दोनों नेता काफी खुश दिखे। उन्होंने एक दूसरे से कई बार बातचीत की। दोनों हमेशा मुस्कुराते रहे। दोनों के बीच हंसी- ठिठोली चली। पीएम मोदी ने नीतीश कुमार का हाथ पकड़कर उसे ऊपर उठाया। दोनों नेता देर तक लोगों का अभिवादन करते रहे। दोनों नेताओं के बीच अगाध प्रेम, एक दूसरे के प्रति विश्वास और मित्रता का अनूठा संगम दिखा। दोनों नेताओं को देखकर लोग ताली बजाते रहे। वहीं दूसरी ओर तस्वीरों में आप देख सकते हैं, कैसे दोनों नेता खुश होकर एक दूसरे से हाथ मिला रहे हैं। हाथ उठा रहे हैं और एक दूसरे का हाथ थाम रहे हैं।
गमछा लहराकर अभिवादन
लोगों में पीएम मोदी के आगमन को लेकर खास उत्साह दिखा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे। गंगा नदी पर बने औंटा-सिमरिया 6 लेन गंगा ब्रिज के शुरू हो जाने से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन और सुगम हो जाएगा। यह पुल मोकामा के औंटा और बेगूसराय के सिमरिया को जोड़ता है। इसकी लंबाई 1.865 किलोमीटर है, जबकि पहुंच पथ को मिलाकर परियोजना की कुल लंबाई 8.150 किलोमीटर है। इस परियोजना पर लगभग 1871 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इस पुल के बन जाने से लाखों की आबादी को सुविधा हो जाएगी। इस पुल का लोगों का वर्षों से इंतजार था। लोगों ने दोनों नेताओं की जुगलबंदी देखकर खूब ताली बजाई।
लोगों को सुविधा
बताया जाता है कि उत्तर बिहार के पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, अररिया और गोपालगंज जिलों के अलावा दक्षिण बिहार के औरंगाबाद, गया, नवादा, जहानाबाद, पटना, नालंदा, रोहतास, जमुई, बांका और भागलपुर के लोगों के लिए भी इस पुल से पटना आना-जाना आसान हो जाएगा। इससे पहले पीएम मोदी ने गयाजी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गंगा नदी पर औंटा सिमरिया 6 लेन पुल का शिलान्यास करने का मौका उन्हें मिला था, आज इसका लोकार्पण का सौभाग्य भी उन्हें मिल रहा है। यह पुल सिर्फ सड़कों को ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ेगा। इससे लोगों के आवागमन में समय बचेगा और उन्हें सुविधा होगी।
करोड़ों की लागत से निर्माण
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर 1,870 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित इस पुल के जरिये पटना के मोकामा और बेगूसराय के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा। पुल के उद्घाटन के साथ ही प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को बिहार में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की शुरुआत भी की। यह पुल पुराने दो लेन वाले जर्जर रेल-सह-सड़क पुल ‘राजेन्द्र सेतु’ के समानांतर बनाया गया है, जो कि काफी खराब स्थिति में है और इस कारण भारी वाहनों को अपना मार्ग बदलना पड़ता है। एक अधिकारी ने कहा कि नये पुल से उत्तर बिहार (बेगूसराय, सुपौल, मधुबनी, पूर्णिया, अररिया) और दक्षिण बिहार (शेखपुरा, नवादा और लखीसराय) के बीच यात्रा करने वाले भारी वाहनों के लिए 100 किलोमीटर से अधिक की अतिरिक्त यात्रा दूरी कम हो जाएगी।
विरोधियों की हवा निकली
पीएम मोदी और नीतीश की जुगलबंदी को देखकर बिहार के सियासी गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म है। एक तरफ जहां विपक्ष अब हमले का मुद्दा खोज रहा है। वहीं दूसरी ओर एनडीए के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। पीएम मोदी और नीतीश कुमार की दोस्ती का एक अलग अंदाज दिखा है। इस दौरान पीएम मोदी और नीतीश बिल्कुल कुछ देर तक अकेले रहे। इसी दौरान पीएम मोदी ने उनका हाथ पकड़ा और उसे उठा दिया। दोनों नेताओं ने मिलकर लोगों का अभिवादन किया। इस दौरान लोगों ने दोनों नेताओं का स्वागत किया। ये दृश्य बता रहा है था कि कैसे दोनों नेता जनता के दिलों पर राज कर रहे हैं। एनडीए नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के छाती पर सांप लोटने लगा है। उधर, आरजेडी के दो नेताओं ने भी एनडीए को ज्वाइन किया है। जिससे एनडीए का मनोबल काफी मजबूत दिख रहा है।
पीएम मोदी- नीतीश की जुगलबंदी
पुल पर खड़े रहने के दौरान दोनों नेता काफी खुश दिखे। उन्होंने एक दूसरे से कई बार बातचीत की। दोनों हमेशा मुस्कुराते रहे। दोनों के बीच हंसी- ठिठोली चली। पीएम मोदी ने नीतीश कुमार का हाथ पकड़कर उसे ऊपर उठाया। दोनों नेता देर तक लोगों का अभिवादन करते रहे। दोनों नेताओं के बीच अगाध प्रेम, एक दूसरे के प्रति विश्वास और मित्रता का अनूठा संगम दिखा। दोनों नेताओं को देखकर लोग ताली बजाते रहे। वहीं दूसरी ओर तस्वीरों में आप देख सकते हैं, कैसे दोनों नेता खुश होकर एक दूसरे से हाथ मिला रहे हैं। हाथ उठा रहे हैं और एक दूसरे का हाथ थाम रहे हैं।

गमछा लहराकर अभिवादन
लोगों में पीएम मोदी के आगमन को लेकर खास उत्साह दिखा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे। गंगा नदी पर बने औंटा-सिमरिया 6 लेन गंगा ब्रिज के शुरू हो जाने से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन और सुगम हो जाएगा। यह पुल मोकामा के औंटा और बेगूसराय के सिमरिया को जोड़ता है। इसकी लंबाई 1.865 किलोमीटर है, जबकि पहुंच पथ को मिलाकर परियोजना की कुल लंबाई 8.150 किलोमीटर है। इस परियोजना पर लगभग 1871 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इस पुल के बन जाने से लाखों की आबादी को सुविधा हो जाएगी। इस पुल का लोगों का वर्षों से इंतजार था। लोगों ने दोनों नेताओं की जुगलबंदी देखकर खूब ताली बजाई।
लोगों को सुविधा
बताया जाता है कि उत्तर बिहार के पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, अररिया और गोपालगंज जिलों के अलावा दक्षिण बिहार के औरंगाबाद, गया, नवादा, जहानाबाद, पटना, नालंदा, रोहतास, जमुई, बांका और भागलपुर के लोगों के लिए भी इस पुल से पटना आना-जाना आसान हो जाएगा। इससे पहले पीएम मोदी ने गयाजी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गंगा नदी पर औंटा सिमरिया 6 लेन पुल का शिलान्यास करने का मौका उन्हें मिला था, आज इसका लोकार्पण का सौभाग्य भी उन्हें मिल रहा है। यह पुल सिर्फ सड़कों को ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ेगा। इससे लोगों के आवागमन में समय बचेगा और उन्हें सुविधा होगी।
करोड़ों की लागत से निर्माण
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर 1,870 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित इस पुल के जरिये पटना के मोकामा और बेगूसराय के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा। पुल के उद्घाटन के साथ ही प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को बिहार में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की शुरुआत भी की। यह पुल पुराने दो लेन वाले जर्जर रेल-सह-सड़क पुल ‘राजेन्द्र सेतु’ के समानांतर बनाया गया है, जो कि काफी खराब स्थिति में है और इस कारण भारी वाहनों को अपना मार्ग बदलना पड़ता है। एक अधिकारी ने कहा कि नये पुल से उत्तर बिहार (बेगूसराय, सुपौल, मधुबनी, पूर्णिया, अररिया) और दक्षिण बिहार (शेखपुरा, नवादा और लखीसराय) के बीच यात्रा करने वाले भारी वाहनों के लिए 100 किलोमीटर से अधिक की अतिरिक्त यात्रा दूरी कम हो जाएगी।

विरोधियों की हवा निकली
पीएम मोदी और नीतीश की जुगलबंदी को देखकर बिहार के सियासी गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म है। एक तरफ जहां विपक्ष अब हमले का मुद्दा खोज रहा है। वहीं दूसरी ओर एनडीए के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। पीएम मोदी और नीतीश कुमार की दोस्ती का एक अलग अंदाज दिखा है। इस दौरान पीएम मोदी और नीतीश बिल्कुल कुछ देर तक अकेले रहे। इसी दौरान पीएम मोदी ने उनका हाथ पकड़ा और उसे उठा दिया। दोनों नेताओं ने मिलकर लोगों का अभिवादन किया। इस दौरान लोगों ने दोनों नेताओं का स्वागत किया। ये दृश्य बता रहा है था कि कैसे दोनों नेता जनता के दिलों पर राज कर रहे हैं। एनडीए नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के छाती पर सांप लोटने लगा है। उधर, आरजेडी के दो नेताओं ने भी एनडीए को ज्वाइन किया है। जिससे एनडीए का मनोबल काफी मजबूत दिख रहा है।
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