मुंबई: मुंबई में लालबागचा राजा की मूर्ति का विसर्जन पिछले 9 घंटे से टल रहा है। अब लालबागचा राजा सर्वजीवन गणेश मंडल की तरफ से बडा अपडेट सामने आया है। मंडल के मानद सचिव सुधीर साल्वी ने बताया है कि लालबाग के राजा का विसर्जन अब रविवार रात 10:30 से 11 बजे के बीच होगा। दरअसल आज सुबह से ही लालबागचा राजा की मूर्ति को राफ्ट पर स्थापित करने के प्रयास शुरू हो गए थे। लेकिन समुद्र में हाइटाइड आ गया था। इस वजह से लालबागचा राजा का विसर्जन टल गया। मंडल के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने दिन भर मूर्ति को राफ्ट पर चढ़ाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हुए। आखिरकार आज शाम करीब 5 बजे पानी कम हुआ और मंडल के कार्यकर्ता मूर्ति को राफ्ट पर चढ़ाने में कामयाब हो गए। लेकिन अब बताया जा रहा है कि लालबाग के राजा के विसर्जन के लिए उन्हें कुछ घंटे और इंतजार करना होगा। हालांकि मंडल की तरफ से दावा किया जा रहा है कि चंद्रग्रहण शुरू होने से पहले लालबाग के राजा का विसर्जन हो जाएगा। दरअसल रविवार रात 11 बजे से चंद्रग्रहण शुरू होगा, जो कि रात 1 बजकर 26 मिनट पर चलेगा।
विसर्जन में कितने घंटे की देरी?
आमतौर पर लालबागचा राजा की प्रतिमा को सुबह नौ बजे से पहले दक्षिण मुंबई में गिरगांव चौपाटी के पास अरब सागर में विसर्जित कर दिया जाता है। शनिवार दोपहर लालबाग से भव्य विसर्जन यात्रा शुरू होने के करीब 28 घंटे बाद तथा कई असफल प्रयासों के बाद उसे एक ‘राफ्ट’ पर पहुंचाया गया। सुबह के असफल प्रयासों के कारण लालबागचा राजा सार्वजनिक उत्सव मंडल के पदाधिकारियों और मौके पर मौजूद अधिकारियों ने सावधानी बरतने का निर्णय लिया और सुबह 11:40 बजे 4.42 मीटर ऊंची लहरों के कम होने का इंतजार किया।
कितनी देरी से पहुंची यात्रा?
एक अधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच सैकड़ों स्वयंसेवियों और मछुआरों की मदद से प्रतिमा को अंततः शाम 4:45 बजे उसके प्लेटफॉर्म से हटाकर एक नवनिर्मित राफ्ट पर रखा गया। लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल के मानद सचिव सुधीर सलावी ने संवाददाताओं को बताया कि ज्वार अपेक्षित समय से पहले ही आ गया था, जबकि विसर्जन यात्रा के तहत प्रतिमा निर्धारित समय से 10 से 15 मिनट देरी से वहां पहुंची।
कब होगा लालबागचा राजा का विसर्जन?
उन्होंने कहा कि हमने शुरुआत में प्रतिमा को विसर्जित करने का प्रयास किया, लेकिन जल्द ही हमें एहसास हुआ कि यह ठीक से नहीं हो पा रहा है, इसलिए हमने रुकने का फैसला किया। स्थानीय मछुआरों ने हमें बताया कि अगले हाइटाइड के दौरान, जो रात 11 बजे के आसपास आने की उम्मीद है, राफ्ट बखूबी संचालित होगा। विसर्जन की अंतिम प्रक्रिया उसी समय की जाएगी।
विसर्जन में कितने घंटे की देरी?
आमतौर पर लालबागचा राजा की प्रतिमा को सुबह नौ बजे से पहले दक्षिण मुंबई में गिरगांव चौपाटी के पास अरब सागर में विसर्जित कर दिया जाता है। शनिवार दोपहर लालबाग से भव्य विसर्जन यात्रा शुरू होने के करीब 28 घंटे बाद तथा कई असफल प्रयासों के बाद उसे एक ‘राफ्ट’ पर पहुंचाया गया। सुबह के असफल प्रयासों के कारण लालबागचा राजा सार्वजनिक उत्सव मंडल के पदाधिकारियों और मौके पर मौजूद अधिकारियों ने सावधानी बरतने का निर्णय लिया और सुबह 11:40 बजे 4.42 मीटर ऊंची लहरों के कम होने का इंतजार किया।
कितनी देरी से पहुंची यात्रा?
एक अधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच सैकड़ों स्वयंसेवियों और मछुआरों की मदद से प्रतिमा को अंततः शाम 4:45 बजे उसके प्लेटफॉर्म से हटाकर एक नवनिर्मित राफ्ट पर रखा गया। लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल के मानद सचिव सुधीर सलावी ने संवाददाताओं को बताया कि ज्वार अपेक्षित समय से पहले ही आ गया था, जबकि विसर्जन यात्रा के तहत प्रतिमा निर्धारित समय से 10 से 15 मिनट देरी से वहां पहुंची।
कब होगा लालबागचा राजा का विसर्जन?
उन्होंने कहा कि हमने शुरुआत में प्रतिमा को विसर्जित करने का प्रयास किया, लेकिन जल्द ही हमें एहसास हुआ कि यह ठीक से नहीं हो पा रहा है, इसलिए हमने रुकने का फैसला किया। स्थानीय मछुआरों ने हमें बताया कि अगले हाइटाइड के दौरान, जो रात 11 बजे के आसपास आने की उम्मीद है, राफ्ट बखूबी संचालित होगा। विसर्जन की अंतिम प्रक्रिया उसी समय की जाएगी।
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