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जिसके बेटे AK से पाकिस्तान थर-थर कांपता है, मां ने बताया- वो सिर्फ बिहार ही नहीं, पूरे देश का लाल है

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पूर्णिया: ऑपरेशन सिंदूर के बाद, डायरेक्टर जनरल ऑफ एयर ऑपरेशन्स (DGAO) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती चर्चा में हैं। भारतीय वायु सेना ने इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एके भारती बिहार के पूर्णिया जिले के रहने वाले हैं। उनकी मां ने एक इंटरव्यू में बेटे की तारीफ की। उन्होंने कहा कि दुनिया जानती है कि उनके बेटे और पोते ने देश का नाम रोशन किया है। एके भारती एक साधारण परिवार से हैं। उनके पिता जीवछ लाल यादव रिटायर्ड क्लर्क हैं। एके भारती के तीन भाई और एक बहन हैं। एयर मार्शल भारती ने 1987 में वायु सेना में अपना करियर शुरू किया था। 2008 में उन्हें वायु सेना मेडल से सम्मानित किया गया। 2023 में वे एयर मार्शल बने। दादा चाहते थे कि पोता प्लेन उड़ाएडीजीएओ एके भारती के परिवार की बात करें तो, उनकी मां उर्मिला देवी ने एक निजी टीवी चैनल को इंटरव्यू में कई बातें बताईं। उन्होंने कहा कि एके भारती के दादाजी का सपना था कि वे पायलट बनें। इसलिए, एके भारती ने बचपन से ही हवाई जहाज उड़ाने की जिद पकड़ ली थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने देश की सेवा करने का फैसला किया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद हर तरफ AK के चर्चे हैं। ऐसे अवधेश बने एयर मार्शलउर्मिला देवी ने अपने बेटे पर गर्व महसूस करते हुए कहा, 'मेरे तीन बेटे हैं, जिनमें सबसे बड़े अवधेश कुमार भारती हैं। मुझे अपने बेटे पर गर्व है।' इसका मतलब कि उन्होंने आगे कहा कि उनका बेटा देश की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहता है। वह भारत माता की सेवा में हमेशा तत्पर रहेगा। उर्मिला देवी ने बताया कि एके भारती बचपन से ही सेना में जाना चाहते थे। उन्होंने अपना सपना सच कर दिखाया। भारती देश के बेटे- उर्मिला देवीउर्मिला देवी ने यह भी कहा कि एयर मार्शल भारती एक सच्चे देशभक्त हैं। वे हमेशा देश के लिए काम करते हैं। उन्होंने इंटरव्यू में कई बातें कहीं, उनमें सबसे खास बात उन्होंने कही कि अब दुनिया जानताी है कि किसके बेटे,पोते ने देश का नाम रौशन किया। 1987 में भारतीय वायु सेना की थी जॉइनएयर मार्शल भारती ने 1987 में भारतीय वायु सेना में अपनी सेवा शुरू की। उन्होंने फाइटर जेट पायलट के तौर पर अपना करियर बनाया। उन्होंने अपनी सेवा के दौरान कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं। वर्ष 2008 में, उन्हें उनकी बेहतरीन सेवाओं के लिए राष्ट्रपति द्वारा वायु सेना मेडल से सम्मानित किया गया। यह मेडल उन्हें उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए दिया गया था। 2023 में बने एयर मार्शलसाल 2023 में, उन्हें एयर मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया। एयर मार्शल का पद वायु सेना में बहुत ऊंचा और प्रतिष्ठित माना जाता है। अपनी वर्तमान जिम्मेदारी संभालने से पहले, वे प्रयागराज स्थित मध्य वायु कमान में वरिष्ठ स्टाफ ऑफिसर (SASO) के पद पर काम कर रहे थे।
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