बॉलीवुड के 'ही-मैन' धर्मेंद्र अस्पताल में हैं। उनका इलाज चल रहा है। पूरा देश उनके लिए दुआ मांग रहा है। अस्पताल में मिलने वालों का तांता लगा हुआ है। परिवार के सदस्य बॉबी देओल, सनी देओल, ईशा, अभय सभी हॉस्पिटल आ-जा रहे हैं। इस बीच दिग्गज एक्टर के पुराने वीडियो वायरल हो रहे हैं। इसमें वो अपने गांव के बारे में बात कर रहे हैं। पुरानी यादों को याद करते हुए वो इमोशनल हो जाते हैं।
धर्मेंद्र साल 2019 में 'सुपरस्टार सिंगर' शो में आए थे। उनके लिए स्पेशल गांव से जुड़ा एक वीडियो तैयार किया गया था। इसमें दिखाया गया था कि लुधियाना से 10 किलोमीटर दूर एक गांव है सानेहवाल। ये वहीं गांव है, जहां पर एक बच्चे ने जन्म लिया था। ये वही गांव है, जहां पर एक बच्चे ने बड़े-बड़े सपने देखे थे। रेल की पटरी के पास बैठकर सोचता था कि कब बंबई जाऊंगा और कब मेरी किस्मत का सितारा चमकेगा। ये देखते ही उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े थे।
अपने गांव को देख रो पड़े धर्मेंद्र
इस वीडियो में उनके स्कूल की झलक है, जहां पर वो पढ़ते थे। कुछ पुरानी तस्वीरें दिखा गईं। उन्होंने वीडियो देखने के बाद कहा था, 'रुला दिया यार तुमने मुझे रुला दिया। मैं यहीं पर ख्वाब देखता था। आज भी उस पुल से जाता हूं तो कहता हूं कि धर्मेंद्र तू एक्टर बन गया यार। वो पुल सुन ले कि मेरे ख्वाब पूरे हुए। गांव की मिट्टी के कण-कण से मोहब्बत है। पार्टिशन से पहले से हम वहां रहते थे। मैं वहां को बहुत याद करता हूं।'
गांव से जुड़ी धर्मेंद्र की तमाम यादें
बता दें कि धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को ब्रिटिश भारत के पंजाब के लुधियाना जिले के एक गांव नसराली में धर्मेंद्र केवल कृष्ण देओल के रूप में हुआ था। वह केवल कृष्ण और सतवंत कौर के बेटे हैं। उनका जन्म एक पंजाबी जाट परिवार में हुआ था। उनका पैतृक गांव डांगोण, पखोवाल तहसील रायकोट, लुधियाना के पास है। उन्होंने अपना बचपन सानेहवाल गांव में बिताया। लालटन कलां में सरकारी स्कूल में पढ़ाई की। वहां उनके पिता गांव के प्रधानाध्यापक थे। उन्होंने 1952 में फगवाड़ा में मैट्रिक किया। साल 1954 में उनकी प्रकाश कौर से शादी हो गई थी। वो तब 19 साल के थे। इनके चार बच्चे हुए, सनी, बॉबी, विजेता और अजीता। इसके बाद फिल्मों में एक्टर बनने के लिए मुंबई शिफ्ट हो गए। उनकी फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' साल 1960 में आई थी।
11 साल पहले अपने गांव गए थे धर्मेंद्र
धर्मेंद्र का एक और वीडियो है, जिसमें वो विनय पाठक के साथ अपने गांव जाते हैं। वो स्कूल, घर और पुल पर भी जाते हैं। उन्हें देखने के लिए पूरा गांव जुटता है। घर को देखकर वो कहते हैं कि ये तो सच में बदल दिया। ये साल 2014 का है।
धर्मेंद्र साल 2019 में 'सुपरस्टार सिंगर' शो में आए थे। उनके लिए स्पेशल गांव से जुड़ा एक वीडियो तैयार किया गया था। इसमें दिखाया गया था कि लुधियाना से 10 किलोमीटर दूर एक गांव है सानेहवाल। ये वहीं गांव है, जहां पर एक बच्चे ने जन्म लिया था। ये वही गांव है, जहां पर एक बच्चे ने बड़े-बड़े सपने देखे थे। रेल की पटरी के पास बैठकर सोचता था कि कब बंबई जाऊंगा और कब मेरी किस्मत का सितारा चमकेगा। ये देखते ही उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े थे।
अपने गांव को देख रो पड़े धर्मेंद्र
Dharmendra ji couldn't stop his tears when the #SuperstarSinger stage showed the world his journey and struggle to the film industry. Watch him and the #DhamakedarDeols this weekend on #SuperstarSinger at 8 PM pic.twitter.com/amhxCvpcDF
— sonytv (@SonyTV) September 12, 2019
इस वीडियो में उनके स्कूल की झलक है, जहां पर वो पढ़ते थे। कुछ पुरानी तस्वीरें दिखा गईं। उन्होंने वीडियो देखने के बाद कहा था, 'रुला दिया यार तुमने मुझे रुला दिया। मैं यहीं पर ख्वाब देखता था। आज भी उस पुल से जाता हूं तो कहता हूं कि धर्मेंद्र तू एक्टर बन गया यार। वो पुल सुन ले कि मेरे ख्वाब पूरे हुए। गांव की मिट्टी के कण-कण से मोहब्बत है। पार्टिशन से पहले से हम वहां रहते थे। मैं वहां को बहुत याद करता हूं।'
गांव से जुड़ी धर्मेंद्र की तमाम यादें
बता दें कि धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को ब्रिटिश भारत के पंजाब के लुधियाना जिले के एक गांव नसराली में धर्मेंद्र केवल कृष्ण देओल के रूप में हुआ था। वह केवल कृष्ण और सतवंत कौर के बेटे हैं। उनका जन्म एक पंजाबी जाट परिवार में हुआ था। उनका पैतृक गांव डांगोण, पखोवाल तहसील रायकोट, लुधियाना के पास है। उन्होंने अपना बचपन सानेहवाल गांव में बिताया। लालटन कलां में सरकारी स्कूल में पढ़ाई की। वहां उनके पिता गांव के प्रधानाध्यापक थे। उन्होंने 1952 में फगवाड़ा में मैट्रिक किया। साल 1954 में उनकी प्रकाश कौर से शादी हो गई थी। वो तब 19 साल के थे। इनके चार बच्चे हुए, सनी, बॉबी, विजेता और अजीता। इसके बाद फिल्मों में एक्टर बनने के लिए मुंबई शिफ्ट हो गए। उनकी फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' साल 1960 में आई थी।
11 साल पहले अपने गांव गए थे धर्मेंद्र
pic.twitter.com/ECSa24waog Truth of life….we realised… when they have gone 🙏
— Dharmendra Deol (@aapkadharam) January 9, 2022
धर्मेंद्र का एक और वीडियो है, जिसमें वो विनय पाठक के साथ अपने गांव जाते हैं। वो स्कूल, घर और पुल पर भी जाते हैं। उन्हें देखने के लिए पूरा गांव जुटता है। घर को देखकर वो कहते हैं कि ये तो सच में बदल दिया। ये साल 2014 का है।
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