रायपुर: छत्तीसगढ़ पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और आर्थिक अपराध शाखा ने शराब घोटाले के सिलसिले में व्यापारी विजय भाटिया को नई दिल्ली से गिरफ्तार किया। उसे रविवार को रायपुर में प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट (जेएमएफसी) की अदालत में पेश किया गया, जहां से एसीबी/ईओडब्ल्यू की एक दिन की हिरासत में भेज दिया गया। विजय भाटिया को पूर्व सीएम भूपेश बघेल का करीबी माना जाता है।
क्या आरोप है
आधिकारिक बयान के अनुसार, घोटाले के मुख्य आरोपी विजय भाटिया ने छत्तीसगढ़ में शराब बनाने वाली विदेशी कंपनियों और आपूर्तिकर्ताओं से बड़े पैमाने पर कमीशन एकत्र करके कथित रूप से अवैध लाभ पहुंचाया, जिससे सरकार को राजस्व की भारी हानि हुई। इसमें कहा गया कि भाटिया पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा सात और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्या-क्या बरामद किया गया
एसीबी और ईओडब्ल्यू के वकील ने बताया कि उसे सोमवार को हिरासत में लेने के लिए फिर से विशेष एसीबी, ईओडब्ल्यू अदालत में पेश किया जाएगा। बयान में कहा गया कि इसके अलावा, एसीबी, ईओडब्ल्यू ने दुर्ग और भिलाई में भाटिया, उसकी कंपनियों और उसके सहयोगियों से जुड़े आठ स्थानों पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान आरोपी, उसकी संबंधित कंपनियों और सहयोगियों के परिसरों से महत्वपूर्ण दस्तावेज, निवेश से संबंधित कागजात और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट (डिजिटल डिवाइस) जब्त किए गए।
कब हुआ था घोटाला
प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला 2019 से 2022 के बीच किया गया था, जब भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार सत्ता में थी। छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला करीब 2000 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है। विजय भाटिया छत्तीसगढ़ के प्रमुख शराब कारोबारियों में से एक हैं। छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में उन्हें प्रमुख बिजनेसमैन आरोपियों में से एक हैं।
पूर्व मंत्री भी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ सरकार के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी शराब घोटाले में गिरफ्तार किया गया है। अभी वह जेल में हैं। शराब घोटाला उसी समय हुआ था जिस समय कवासी लखमा राज्य के आबकारी विभाग के मंत्री थे।
क्या आरोप है
आधिकारिक बयान के अनुसार, घोटाले के मुख्य आरोपी विजय भाटिया ने छत्तीसगढ़ में शराब बनाने वाली विदेशी कंपनियों और आपूर्तिकर्ताओं से बड़े पैमाने पर कमीशन एकत्र करके कथित रूप से अवैध लाभ पहुंचाया, जिससे सरकार को राजस्व की भारी हानि हुई। इसमें कहा गया कि भाटिया पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा सात और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्या-क्या बरामद किया गया
एसीबी और ईओडब्ल्यू के वकील ने बताया कि उसे सोमवार को हिरासत में लेने के लिए फिर से विशेष एसीबी, ईओडब्ल्यू अदालत में पेश किया जाएगा। बयान में कहा गया कि इसके अलावा, एसीबी, ईओडब्ल्यू ने दुर्ग और भिलाई में भाटिया, उसकी कंपनियों और उसके सहयोगियों से जुड़े आठ स्थानों पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान आरोपी, उसकी संबंधित कंपनियों और सहयोगियों के परिसरों से महत्वपूर्ण दस्तावेज, निवेश से संबंधित कागजात और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट (डिजिटल डिवाइस) जब्त किए गए।
कब हुआ था घोटाला
प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला 2019 से 2022 के बीच किया गया था, जब भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार सत्ता में थी। छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला करीब 2000 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है। विजय भाटिया छत्तीसगढ़ के प्रमुख शराब कारोबारियों में से एक हैं। छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में उन्हें प्रमुख बिजनेसमैन आरोपियों में से एक हैं।
पूर्व मंत्री भी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ सरकार के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी शराब घोटाले में गिरफ्तार किया गया है। अभी वह जेल में हैं। शराब घोटाला उसी समय हुआ था जिस समय कवासी लखमा राज्य के आबकारी विभाग के मंत्री थे।
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