मनीष सिंह, ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के थाना दनकौर क्षेत्र स्थित सुपरटेक अपकंट्री सोसायटी में अवैध हॉस्टल और पीजी चलने से लोग परेशान है। यहां रहने वाले लोग रविवार देर रात पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई। सोसायटीवासियों ने इन अवैध पीजी के विरोध में बैनर लगाए थे, लेकिन कथित हॉस्टल माफिया ने उन्हें उतार दिया और विरोध करने वाले लोगों को धमकाया।
यह पूरा मामला दनकौर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत की है, जहां सोसायटी के निवासियों ने मेंटेनेंस कार्यालय के कर्मचारियों के साथ मिलकर मुख्य द्वार पर 'हॉस्टल और बैचलर का प्रवेश वर्जित है' के लिखे बैनर लगाए। इसके थोड़ी ही देर बाद कथित हॉस्टल माफिया ने ये बैनर फाड़ दिए और विरोध करने वाले लोगों को धमकाया। इस घटना के दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस और हंगामा हो गया।
विवाद बढ़ने पर सोसायटी के निवासी देर रात दनकौर कोतवाली जा पहुंचे। उनका कहना है कि सोसायटी में अवैध रूप से चल रहे पीजी और हॉस्टलों की वजह से लगातार झगड़े, शोरगुल और सुरक्षा से जुड़ी दिक्कतें बढ़ गई हैं। निवासियों ने यह भी आरोप लगाया कि कई बार शिकायत करने के बावजूद पुलिस ने अब तक इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
निवासियों का कहना है कि वे अपने परिवार के साथ खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि पीजी में रहने वाले कुछ लोग संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हैं। उनका आरोप है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा। वहीं पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
यह पूरा मामला दनकौर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत की है, जहां सोसायटी के निवासियों ने मेंटेनेंस कार्यालय के कर्मचारियों के साथ मिलकर मुख्य द्वार पर 'हॉस्टल और बैचलर का प्रवेश वर्जित है' के लिखे बैनर लगाए। इसके थोड़ी ही देर बाद कथित हॉस्टल माफिया ने ये बैनर फाड़ दिए और विरोध करने वाले लोगों को धमकाया। इस घटना के दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस और हंगामा हो गया।
विवाद बढ़ने पर सोसायटी के निवासी देर रात दनकौर कोतवाली जा पहुंचे। उनका कहना है कि सोसायटी में अवैध रूप से चल रहे पीजी और हॉस्टलों की वजह से लगातार झगड़े, शोरगुल और सुरक्षा से जुड़ी दिक्कतें बढ़ गई हैं। निवासियों ने यह भी आरोप लगाया कि कई बार शिकायत करने के बावजूद पुलिस ने अब तक इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
निवासियों का कहना है कि वे अपने परिवार के साथ खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि पीजी में रहने वाले कुछ लोग संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हैं। उनका आरोप है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा। वहीं पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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