नई दिल्ली: दिल्ली हाई कोर्ट ने कारोबारी नीतीश कटारा की 2002 में हुई हत्या के मामले में बिना रियायत 25 साल की जेल की सजा काट रहे विकास यादव की फर्लो याचिका पर गुरुवार को दिल्ली सरकार से जवाब मांगा।
मामले की अगली सुनवाई 27 को
जस्टिस रवीन्द्र डुडेजा ने दिल्ली सरकार, जेल अधिकारियों, कटारा की मां नीलम कटारा और गवाह अजय कटारा को नोटिस जारी किए तथा उनसे अगली सुनवाई से पहले याचिका पर स्थिति रिपोर्ट या जवाब दाखिल करने को कहा। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 27 नवंबर के लिए सूचीबद्ध की है।
क्या है मामला ?
आपको बता दें कि विकास यादव ने जेल अधिकारियों के 29 अक्टूबर के उस आदेश को चुनौती दी है, जिसमें उसकी फर्लो की अर्जी खारिज कर दी गई थी। विकास की ओर से पेश वकील विकास पाहवा ने दलील दी कि दोषी हाल ही में शादी के बंधन में बंधा है और सामाजिक कर्तव्यों के निर्वहन के लिए उसने 21 दिनों की अवधि के लिए फर्लो का अनुरोध किया है।
अधिकारियों ने खारिज कर दी थी याचिका
वकील ने दलील दी कि दिल्ली कारागार नियमों के तहत सभी मानदंडों को पूरा करने के बावजूद प्राधिकारियों ने बिना सोचे-समझे उसकी याचिका खारिज कर दी। उन्होंने कहा कि केवल इस आधार पर फर्लो देने से इनकार नहीं किया जा सकता कि दोषी निश्चित अवधि के कारावास की सजा काट रहा है या अपराध की प्रकृति क्या है।
विदेश भाग सकता है दोषी
दिल्ली सरकार के वकील ने स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए समय मांगा। जेल अधिकारियों ने विकास के आचरण को 'असंतोषजनक' बताते हुए उसकी अर्जी खारिज कर दी। जेल अधिकारियों ने इस आधार पर भी उसकी याचिका खारिज कर दी कि, किए गए अपराध और दी गई सजा की प्रकृति एवं अन्य आशंका के मद्देनजर दोषी विदेश भाग सकता है, कानून-व्यवस्था बिगाड़ सकता है और जेल से रिहा होने पर पीड़ित परिवार को अपूरणीय क्षति पहुंचा सकता है।
अंतरिम जमानत पर बाहर है यादव
फर्लो जेल से अस्थायी रिहाई है, न कि पूरी सजा का निलंबन या छूट, और यह आमतौर पर लंबी अवधि के कैदियों को दी जाती है, जिन्होंने अपनी सजा का एक हिस्सा पूरा कर लिया हो। हाई कोर्ट ने नौ सितंबर को विकास की अंतरिम जमानत बढ़ाने की याचिका को सुनवाई योग्य न होने और अधिकार क्षेत्र के बाहर होने के आधार पर खारिज कर दिया था। वह अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई अंतरिम जमानत पर बाहर है।
डी.पी. यादव का बेटा है विकास
उन्होंने इस आधार पर अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाने की भी मांग की कि उनकी हाल ही में शादी हुई है। विकास उत्तर प्रदेश के नेता डी.पी. यादव का बेटा है। उसके चचेरे भाई विशाल यादव को भी कटारा के अपहरण और हत्या के लिए सजा हुई थी। दोनों विकास की बहन भारती यादव और कटारा के कथित प्रेम-प्रसंग के खिलाफ थे।
मामले की अगली सुनवाई 27 को
जस्टिस रवीन्द्र डुडेजा ने दिल्ली सरकार, जेल अधिकारियों, कटारा की मां नीलम कटारा और गवाह अजय कटारा को नोटिस जारी किए तथा उनसे अगली सुनवाई से पहले याचिका पर स्थिति रिपोर्ट या जवाब दाखिल करने को कहा। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 27 नवंबर के लिए सूचीबद्ध की है।
क्या है मामला ?
आपको बता दें कि विकास यादव ने जेल अधिकारियों के 29 अक्टूबर के उस आदेश को चुनौती दी है, जिसमें उसकी फर्लो की अर्जी खारिज कर दी गई थी। विकास की ओर से पेश वकील विकास पाहवा ने दलील दी कि दोषी हाल ही में शादी के बंधन में बंधा है और सामाजिक कर्तव्यों के निर्वहन के लिए उसने 21 दिनों की अवधि के लिए फर्लो का अनुरोध किया है।
अधिकारियों ने खारिज कर दी थी याचिका
वकील ने दलील दी कि दिल्ली कारागार नियमों के तहत सभी मानदंडों को पूरा करने के बावजूद प्राधिकारियों ने बिना सोचे-समझे उसकी याचिका खारिज कर दी। उन्होंने कहा कि केवल इस आधार पर फर्लो देने से इनकार नहीं किया जा सकता कि दोषी निश्चित अवधि के कारावास की सजा काट रहा है या अपराध की प्रकृति क्या है।
विदेश भाग सकता है दोषी
दिल्ली सरकार के वकील ने स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए समय मांगा। जेल अधिकारियों ने विकास के आचरण को 'असंतोषजनक' बताते हुए उसकी अर्जी खारिज कर दी। जेल अधिकारियों ने इस आधार पर भी उसकी याचिका खारिज कर दी कि, किए गए अपराध और दी गई सजा की प्रकृति एवं अन्य आशंका के मद्देनजर दोषी विदेश भाग सकता है, कानून-व्यवस्था बिगाड़ सकता है और जेल से रिहा होने पर पीड़ित परिवार को अपूरणीय क्षति पहुंचा सकता है।
अंतरिम जमानत पर बाहर है यादव
फर्लो जेल से अस्थायी रिहाई है, न कि पूरी सजा का निलंबन या छूट, और यह आमतौर पर लंबी अवधि के कैदियों को दी जाती है, जिन्होंने अपनी सजा का एक हिस्सा पूरा कर लिया हो। हाई कोर्ट ने नौ सितंबर को विकास की अंतरिम जमानत बढ़ाने की याचिका को सुनवाई योग्य न होने और अधिकार क्षेत्र के बाहर होने के आधार पर खारिज कर दिया था। वह अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई अंतरिम जमानत पर बाहर है।
डी.पी. यादव का बेटा है विकास
उन्होंने इस आधार पर अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाने की भी मांग की कि उनकी हाल ही में शादी हुई है। विकास उत्तर प्रदेश के नेता डी.पी. यादव का बेटा है। उसके चचेरे भाई विशाल यादव को भी कटारा के अपहरण और हत्या के लिए सजा हुई थी। दोनों विकास की बहन भारती यादव और कटारा के कथित प्रेम-प्रसंग के खिलाफ थे।
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