लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ईवी कार, टू-व्हीलर या थ्री व्हीलर खरीदने वालों के लिए खुशखबरी है। सरकार ने EV Subsidy के नियम बदल दिए हैं। आवेदन और मंजूरी के नियम बदलने से लोगों को Electrical Vehicle (EV) की सब्सिडी आसानी से मिलने लगी है। पहले सिर्फ डीलर ही इसका आवेदन कर सकते थे, जबकि सब्सिडी की मंजूरी सिर्फ परिवहन विभाग मुख्यालय से मिलती थी। अब वाहन मालिक भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और हर जिले के एआरटीओ सब्सिडी की मंजूरी दे सकते हैं। यही वजह है कि लखनऊ में अब तक कुल 3029 आवेदनों में 2540 लोगों को सब्सिडी का भुगतान भी हो गया है।ईवी कार पर एक लाख रुपये तो टू-व्हीलर पर पांच हजार रुपये सब्सिडी तय है। ओला समेत कई कंपनियों की दोपहिया ईवी की डीलरशिप सिर्फ लखनऊ में है, जबकि इनकी गाड़ियां प्रदेशभर में चल रही हैं। पहले सिर्फ डीलर ही सब्सिडी का आवेदन कर सकते थे। ऐसे में टू-व्हीलर वाहन मालिक आवेदन भी नहीं करवाते थे। यही नहीं, सिर्फ मुख्यालय स्तर पर मंजूरी का नियम होने के कारण डीलरों को भी दिक्कत होती थी। ऑनलाइन हो जाएगा आवेदन यूपी ईवी सब्सिडी पाने के लिए आप ऑनलाइन पोर्टल https://upevsubsidy.in/ पर जाना होगा। यहां आपको अपनी डीटेल भरकर और बैंक की जानकारी मुहैया करानी होगी। आवेदन कैसे होगा, कौन-कौन से दस्तावेज लगेंगे और कितने दिन में सब्सिडी मिलेगी? इस सब की जानकारी आपको यूपी ईवी सब्सिडी स्कीम पर क्लिक करके मिल जाएगी। ARTO के पास दिन का 15 लाख बजट पहले एआरटीओ प्रशासन एक दिन में पांच लाख रुपये तक की सब्सिडी मंजूर कर सकते थे। ऐसे में महज कुछ वाहनों की सब्सिडी की मंजूरी के बाद दिन का कोटा खत्म हो जाता था। इससे लंबित आवेदन बढ़ रहे थे। अब ARTO का मद बढ़ाकर 15 लाख रुपये दी गई है। इससे आवेदकों को काफी राहत मिली है। लखनऊ के एआरटीओ प्रशासन प्रदीप कुमार सिंह का कहना है कि प्राथमिकता पर सब्सिडी जारी कर रहे हैं। आवेदकों को कोई दिक्कत नहीं है। हेल्प डेस्क के साथ अफसर भी लोगों की मदद कर रहे हैं। ईवी वाहन पर कितनी सब्सिडी उत्तर प्रदेश में ईवी वाहन को प्रमोट करने के लिए राज्य सरकार की ओर से सब्सिडी दी जाती है। रजिस्ट्रेशन और रोड टैक्स में छूट के अलावा ईवी स्कूटर खरीदने पर 5000 रुपये, कार पर एक लाख रुपये, ई-माल वाहन पर एक लाख रुपये और बस पर 20 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिलती है। गलत सूचना पर कानूनी कार्रवाई ईवी सब्सिडी सिर्फ पहली गाड़ी खरीदने पर ही मिलेगी। दूसरे वाहन पर यह सब्सिडी नहीं मिलेगी। इसके अलावा ध्यान रहे कि आवेदन में गलत सूचना न दें। वैरिफिकेशन के दौरान अगर जानकारी गलत पाई जाती है तो सब्सिडी तो नहीं मिलेगी, साथ ही कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। लखनऊ में अब तक 3029 आवेदन आए, जिनमें से 2540 को सब्सिडी मिल चुकी है।
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