नई दिल्ली: जाने-माने इतिहासकार विलियम डेलरिम्पल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आंखें खोलने वाली बातें कही हैं। उन्होंने ट्रंप के भारत की अर्थव्यवस्था को 'डेड' बताने वाले बयान को सिरे से खारिज किया है। डेलरिम्पल ने भारत की विकास दर के आंकड़ों का हवाला देकर कहा है कि भारत अमेरिका से इस दौड़ में बहुत आगे है। उनके मुताबिक, भारत की इकॉनमी डेड के बजाय पिछले साल अमेरिका की तुलना में दोगुनी तेजी से बढ़ी। अनुमान है कि इस साल यह अमेरिका की तुलना में तीन गुना तेजी से बढ़ेगी। डेलरिम्पल स्कॉटिश इतिहासकार हैं। वह भारत के इतिहास के जानकार माने जाते हैं। एक्सपर्ट की प्रतिक्रिया से साफ है कि डोनाल्ड ट्रंप भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर मुगालतों में हैं।
ट्रंप ने रूस पर नए व्यापार प्रतिबंध लगाए हैं। इसके अलावा भारत से अमेरिका आने वाले सामान पर 25% टैरिफ का ऐलान किया है। ऐसा करते हुए उन्होंने कहा था कि भारत और रूस अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ ले जा सकते हैं। उन्हें इसकी परवाह नहीं है।
आईएमएफ के आंकड़े लगा रहे मुहर
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के ताजा वर्ल्ड इकनॉमिक आउटलुक के आंकड़े भी डेलरिम्पल के दावों का समर्थन करते हैं। आईएमएफ का अनुमान है कि 2025 और 2026 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.4% की दर से बढ़ेगी। वहीं, अमेरिका की अर्थव्यवस्था 1.9% और 2% की दर से बढ़ने की उम्मीद है। कैलेंडर वर्ष के अनुसार, 2025 में भारत की विकास दर 6.7% रहने की उम्मीद है।
आईएमएफ के रिसर्च डिपार्टमेंट के डिवीजन चीफ डेनिज इगन ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि भारत की विकास दर स्थिर है। भारत के अनुमानों को 2025 के लिए 0.2 फीसदी और 2026 के लिए 0.1 फीसदी बढ़ाया गया है।
इसके उलट ग्लोबल अर्थव्यवस्था के 2025 में 3.0% की दर से बढ़ने का अनुमान है। अमेरिका सहित विकसित अर्थव्यवस्थाओं की विकास दर 2 फीसदी से कम रहने का अनुमान है। चीन की अर्थव्यवस्था 4.8 फीसदी की रफ्तार से बढ़ सकती है।
ट्रंप ने भारतीय सामान पर लगाया है भारी टैरिफ
बुधवार को ट्रंप ने 1 अगस्त से सभी भारतीय सामानों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इसके साथ ही, रूस से कच्चे तेल और सैन्य उपकरण खरीदने पर जुर्माना लगाने की भी धमकी दी है। ट्रंप ने कहा कि भारत में किसी भी देश की तुलना में सबसे कठिन और खराब गैर-मौद्रिक व्यापार बाधाएं हैं। उन्होंने भारत के टैरिफ को 'दुनिया में सबसे अधिक' बताया।
ट्रंप ने आगे दावा किया, 'हमने भारत के साथ बहुत कम व्यापार किया है... वे हमें बहुत कुछ बेचते हैं, लेकिन हम उनसे नहीं खरीदते... क्योंकि टैरिफ बहुत अधिक है।'
ट्रंप ने ब्रिक्स में भारत की भूमिका की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, 'ब्रिक्स मूल रूप से ऐसे देशों का समूह है जो अमेरिका के खिलाफ है और भारत उसका सदस्य है... यह डॉलर पर हमला है और हम किसी को भी डॉलर पर हमला नहीं करने देंगे।' ब्रिक्स देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। ट्रंप का कहना है कि यह समूह अमेरिका के खिलाफ है और डॉलर को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।
यूक्रेन युद्ध से पहले भारत रूस से बहुत कम तेल खरीदता था। यह कुल तेल खरीद का सिर्फ 0.2% था। लेकिन, अब भारत चीन के बाद रूस से सबसे ज्यादा तेल खरीदने वाला देश है। आज भारत की तेल खरीद में रूसी तेल का हिस्सा 35-40% है।
ट्रंप ने रूस पर नए व्यापार प्रतिबंध लगाए हैं। इसके अलावा भारत से अमेरिका आने वाले सामान पर 25% टैरिफ का ऐलान किया है। ऐसा करते हुए उन्होंने कहा था कि भारत और रूस अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ ले जा सकते हैं। उन्हें इसकी परवाह नहीं है।
आईएमएफ के आंकड़े लगा रहे मुहर
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के ताजा वर्ल्ड इकनॉमिक आउटलुक के आंकड़े भी डेलरिम्पल के दावों का समर्थन करते हैं। आईएमएफ का अनुमान है कि 2025 और 2026 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.4% की दर से बढ़ेगी। वहीं, अमेरिका की अर्थव्यवस्था 1.9% और 2% की दर से बढ़ने की उम्मीद है। कैलेंडर वर्ष के अनुसार, 2025 में भारत की विकास दर 6.7% रहने की उम्मीद है।
आईएमएफ के रिसर्च डिपार्टमेंट के डिवीजन चीफ डेनिज इगन ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि भारत की विकास दर स्थिर है। भारत के अनुमानों को 2025 के लिए 0.2 फीसदी और 2026 के लिए 0.1 फीसदी बढ़ाया गया है।
इसके उलट ग्लोबल अर्थव्यवस्था के 2025 में 3.0% की दर से बढ़ने का अनुमान है। अमेरिका सहित विकसित अर्थव्यवस्थाओं की विकास दर 2 फीसदी से कम रहने का अनुमान है। चीन की अर्थव्यवस्था 4.8 फीसदी की रफ्तार से बढ़ सकती है।
ट्रंप ने भारतीय सामान पर लगाया है भारी टैरिफ
बुधवार को ट्रंप ने 1 अगस्त से सभी भारतीय सामानों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इसके साथ ही, रूस से कच्चे तेल और सैन्य उपकरण खरीदने पर जुर्माना लगाने की भी धमकी दी है। ट्रंप ने कहा कि भारत में किसी भी देश की तुलना में सबसे कठिन और खराब गैर-मौद्रिक व्यापार बाधाएं हैं। उन्होंने भारत के टैरिफ को 'दुनिया में सबसे अधिक' बताया।
ट्रंप ने आगे दावा किया, 'हमने भारत के साथ बहुत कम व्यापार किया है... वे हमें बहुत कुछ बेचते हैं, लेकिन हम उनसे नहीं खरीदते... क्योंकि टैरिफ बहुत अधिक है।'
ट्रंप ने ब्रिक्स में भारत की भूमिका की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, 'ब्रिक्स मूल रूप से ऐसे देशों का समूह है जो अमेरिका के खिलाफ है और भारत उसका सदस्य है... यह डॉलर पर हमला है और हम किसी को भी डॉलर पर हमला नहीं करने देंगे।' ब्रिक्स देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। ट्रंप का कहना है कि यह समूह अमेरिका के खिलाफ है और डॉलर को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।
यूक्रेन युद्ध से पहले भारत रूस से बहुत कम तेल खरीदता था। यह कुल तेल खरीद का सिर्फ 0.2% था। लेकिन, अब भारत चीन के बाद रूस से सबसे ज्यादा तेल खरीदने वाला देश है। आज भारत की तेल खरीद में रूसी तेल का हिस्सा 35-40% है।
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