रबात: मोरक्को में सरकार विरोधी प्रदर्शन तेज होते जा रहे हैं। देश में कई जगहों पर हिंसा और तोड़फोड़ हुई है। मोरक्को में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी बुधवार को लगातार पांचवीं रात सड़कों पर उतरे। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों के साथ हुई झड़पों में तीन प्रदर्शनकारी मारे गए हैं। तीन लोगों की मौत के बाद मोरक्को सरकार ने प्रदर्शनकारियों की शिकायतें सुनने और उनके समाधान की बात कही है। दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों की मौत ने युवाओं में गुस्सा बढ़ा दिया है। इससे नेपाल की तरह मोरक्को में भी सरकार मुश्किल में दिख रही है।
मोरक्को के प्रधानमंत्री अजीज अखन्नौच ने बयान जारी करते हुए कहा है कि तीन लोगों की मौतों पर उनकी सरकार दुखी है। अजीज ने कहा, 'उनकी सरकार बेहतर स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों के प्रति सकारात्मक रुख अपनाने को तैयार है। हम संस्थाओं और सार्वजनिक स्थानों के भीतर संवाद और बहस के लिए तैयार हैं। समस्याओं से निपटने के लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता है।'
पुलिस ने चलाई गोलीमोरक्को के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि Gen Z 212 प्रदर्शन में सशस्त्र लोग शामिल थे। उन्होंने सार्वजनिक भवनों पर हमला किया और कानून व्यवस्था को बाधित किया। ऐसे में तटीय शहर अगादिर के बाहरी इलाके में स्थित एक छोटे से कस्बे लेकलिया में सुरक्षाबलों ने गोलीबारी की। इस गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई।
मोरक्को के गृह मंत्रालय ने कहा कि पुलिस के हथियार छीनने की कोशिश के दौरान तीनों को गोली लगी। मंत्रालय ने बताया कि 354 लोग अधिकारी घायल हुए हैं। उसने बताया कि देश के 23 प्रांतों में सैकड़ों कारों, बैंकों, दुकानों और सार्वजनिक इमारतों को नुकसान पहुंचा है। मंत्रालय के अनुसार, पूरे देश में 70 प्रतिशत प्रदर्शनकारी नाबालिग हैं।
क्यों हो रहा प्रदर्शनमोरक्को के जेन जेड विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले युवा देश में व्यापक भ्रष्टाचार पर नाराज हैं। प्रदर्शनकारियों ने खासतौर से साल 2030 के विश्व कप की तैयारी के लिए अरबों डॉलर खर्च करने पर सवाल उठाए हैं। युवाओं का कहना है कि स्कूलों और अस्पतालों के पास फंड नहीं है तो सरकार फीफा की तैयारी में अरबों डॉलर क्यों बहा रही है।
मोरक्को की राजधानी रबात में प्रदर्शनों का स्टाइल हाल ही में नेपाल में हुए आंदोलन से मिलता है। नेपाल में जिस तरह इंटरनेट पर युवाओं ने आवाज उठाई और फिर सड़कों पर उतरे, उसी तरह से मोरक्को में हुआ है। मोरक्को में सोशल मीडिया पर भ्रष्टाचार की चर्चा के बाद इस हफ्ते के शुरू में युवा सड़क पर उतरे और आंदोलन हिंसक हो गया।
मोरक्को के प्रधानमंत्री अजीज अखन्नौच ने बयान जारी करते हुए कहा है कि तीन लोगों की मौतों पर उनकी सरकार दुखी है। अजीज ने कहा, 'उनकी सरकार बेहतर स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों के प्रति सकारात्मक रुख अपनाने को तैयार है। हम संस्थाओं और सार्वजनिक स्थानों के भीतर संवाद और बहस के लिए तैयार हैं। समस्याओं से निपटने के लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता है।'
पुलिस ने चलाई गोलीमोरक्को के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि Gen Z 212 प्रदर्शन में सशस्त्र लोग शामिल थे। उन्होंने सार्वजनिक भवनों पर हमला किया और कानून व्यवस्था को बाधित किया। ऐसे में तटीय शहर अगादिर के बाहरी इलाके में स्थित एक छोटे से कस्बे लेकलिया में सुरक्षाबलों ने गोलीबारी की। इस गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई।
मोरक्को के गृह मंत्रालय ने कहा कि पुलिस के हथियार छीनने की कोशिश के दौरान तीनों को गोली लगी। मंत्रालय ने बताया कि 354 लोग अधिकारी घायल हुए हैं। उसने बताया कि देश के 23 प्रांतों में सैकड़ों कारों, बैंकों, दुकानों और सार्वजनिक इमारतों को नुकसान पहुंचा है। मंत्रालय के अनुसार, पूरे देश में 70 प्रतिशत प्रदर्शनकारी नाबालिग हैं।
क्यों हो रहा प्रदर्शनमोरक्को के जेन जेड विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले युवा देश में व्यापक भ्रष्टाचार पर नाराज हैं। प्रदर्शनकारियों ने खासतौर से साल 2030 के विश्व कप की तैयारी के लिए अरबों डॉलर खर्च करने पर सवाल उठाए हैं। युवाओं का कहना है कि स्कूलों और अस्पतालों के पास फंड नहीं है तो सरकार फीफा की तैयारी में अरबों डॉलर क्यों बहा रही है।
मोरक्को की राजधानी रबात में प्रदर्शनों का स्टाइल हाल ही में नेपाल में हुए आंदोलन से मिलता है। नेपाल में जिस तरह इंटरनेट पर युवाओं ने आवाज उठाई और फिर सड़कों पर उतरे, उसी तरह से मोरक्को में हुआ है। मोरक्को में सोशल मीडिया पर भ्रष्टाचार की चर्चा के बाद इस हफ्ते के शुरू में युवा सड़क पर उतरे और आंदोलन हिंसक हो गया।
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