अंकारा: ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की सोमवार को तुर्की की आधिकारिक यात्रा पर जाने वाले हैं। इस दौरान तुर्की और ब्रिटेन के बीच अरबों डॉलर के यूरोफाइटर टाइफून सौदे को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। तुर्की 2023 से यूरोफाइटर कंसोर्टियम के प्रमुख देश ब्रिटेन के साथ लड़ाकू विमानों की खरीद को लेकर बातचीत कर रहा है। 2024 में तुर्की ने जर्मनी के वीटो को पार करके एक बड़ी बाधा को खत्म कर दिया था। इस कारण तुर्की को यूरोफाइटर टाइफून की बिक्री रुक गई थी। यूरोफाइटर टाइफून यूरोप का सबसे शक्तिशाली लड़ाकू विमान है। तुर्की लंबे समय से लड़ाकू विमानों की कमी से जूझ रहा है। ऐसे में यूरोफाइटर टाइफून से उसकी हवाई ताकत में जबरदस्त इजाफा होने की उम्मीद है।
कितने यूरोफाइटर टाइफून को खरीदेगा तुर्की
मिडिल ईस्ट आई की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की और ब्रिटेन ने इसी साल जुलाई में 40 जेट विमानों के लिए एक अस्थायी समझौते पर हस्ताक्षर किए और तब से तकनीकी विशिष्टताओं और कीमतों पर बातचीत जारी है। हालांकि, तुर्की का कहना है कि इन लड़ाकू विमानों की कीमत उसकी उम्मीदों से कहीं ज्यादा है, जिसे कम कराने के लिए ब्रिटेन के साथ सौदेबाजी की जा रही है। इस मामले से परिचित एक सूत्र ने कहा कि 40 जेट विमानों में से 20 का संचालन रॉयल एयर फोर्स (RAF) द्वारा किया जाएगा ताकि तेज डिलीवरी हो सके। शेष 20 जेट बाद में डिलीवर किए जाएंगे। इन विमानों को तुर्की की जरूरतों के हिसाब से मोडिफाई किए जाने की भी योजना है।
ब्रिटेन ने दो यूरोफाइटर टाइफून तुर्की में उतारे
एक दूसरे सूत्र ने बताया कि स्टार्मर ने अपनी यात्रा से पहले तुर्की को दो यूरोफाइटर जेट भेजे हैं, जिससे लंदन के लिए इस सौदे का महत्व प्रदर्शित होता है। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि ये जेट तुर्की में ही रहेंगे या प्रतीकात्मक उद्देश्यों के लिए भेजे गए हैं। कई सूत्रों ने बताया कि तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन ने स्टार्मर की यात्रा के लिए अंकारा में होने वाली कैबिनेट बैठक स्थगित कर दी है।
यूरोफाइटर का अडवांस वेरिएंट खरीदेगा तुर्की
तुर्की पायलटों ने पहले कभी यूरोपीय निर्मित लड़ाकू जेट नहीं उड़ाए हैं, क्योंकि अंकारा पारंपरिक रूप से अमेरिका निर्मित एफ-16 और अन्य मॉडलों का इस्तेमाल करता है। प्रस्तावित सौदे में नवीनतम यूरोफाइटर वेरिएंट, जिसे ट्रैंच 4 के नाम से जाना जाता है, शामिल होगा, जिसमें उन्नत एवियोनिक्स और रडार सिस्टम हैं। तुर्की वायु सेना तेज़ी से पुरानी होती जा रही है और उसे तत्काल एक अस्थायी समाधान की आवश्यकता है, जब तक कि उसका घरेलू स्तर पर निर्मित पांचवीं पीढ़ी का KAAN लड़ाकू विमान 2028 में सेवा में न आ जाए।
कितने यूरोफाइटर टाइफून को खरीदेगा तुर्की
मिडिल ईस्ट आई की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की और ब्रिटेन ने इसी साल जुलाई में 40 जेट विमानों के लिए एक अस्थायी समझौते पर हस्ताक्षर किए और तब से तकनीकी विशिष्टताओं और कीमतों पर बातचीत जारी है। हालांकि, तुर्की का कहना है कि इन लड़ाकू विमानों की कीमत उसकी उम्मीदों से कहीं ज्यादा है, जिसे कम कराने के लिए ब्रिटेन के साथ सौदेबाजी की जा रही है। इस मामले से परिचित एक सूत्र ने कहा कि 40 जेट विमानों में से 20 का संचालन रॉयल एयर फोर्स (RAF) द्वारा किया जाएगा ताकि तेज डिलीवरी हो सके। शेष 20 जेट बाद में डिलीवर किए जाएंगे। इन विमानों को तुर्की की जरूरतों के हिसाब से मोडिफाई किए जाने की भी योजना है।
ब्रिटेन ने दो यूरोफाइटर टाइफून तुर्की में उतारे
एक दूसरे सूत्र ने बताया कि स्टार्मर ने अपनी यात्रा से पहले तुर्की को दो यूरोफाइटर जेट भेजे हैं, जिससे लंदन के लिए इस सौदे का महत्व प्रदर्शित होता है। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि ये जेट तुर्की में ही रहेंगे या प्रतीकात्मक उद्देश्यों के लिए भेजे गए हैं। कई सूत्रों ने बताया कि तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन ने स्टार्मर की यात्रा के लिए अंकारा में होने वाली कैबिनेट बैठक स्थगित कर दी है।
यूरोफाइटर का अडवांस वेरिएंट खरीदेगा तुर्की
तुर्की पायलटों ने पहले कभी यूरोपीय निर्मित लड़ाकू जेट नहीं उड़ाए हैं, क्योंकि अंकारा पारंपरिक रूप से अमेरिका निर्मित एफ-16 और अन्य मॉडलों का इस्तेमाल करता है। प्रस्तावित सौदे में नवीनतम यूरोफाइटर वेरिएंट, जिसे ट्रैंच 4 के नाम से जाना जाता है, शामिल होगा, जिसमें उन्नत एवियोनिक्स और रडार सिस्टम हैं। तुर्की वायु सेना तेज़ी से पुरानी होती जा रही है और उसे तत्काल एक अस्थायी समाधान की आवश्यकता है, जब तक कि उसका घरेलू स्तर पर निर्मित पांचवीं पीढ़ी का KAAN लड़ाकू विमान 2028 में सेवा में न आ जाए।
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