वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को खुश रखने के लिए पाकिस्तान कुछ भी करने को तैयार है, लेकिन इस बार तो उसने हद ही कर दी है। पाकिस्तान की सत्ता के असली मालिक शक्तिशाली सेना प्रमुख असीम मुनीर जब वॉइट हाउस में ट्रंप से मिलने पहुंचे तो अपने साथ एक पिटारा लेकर पहुंचे थे। इस पिटारे में बेशकीमती मानी जाने वाली दुर्लभ मृदा धातुओं और पत्थरों का सैंपल था, जिसे मुनीर ने अपने हाथों से दिखाकर ट्रंप को ललचाने की कोशिश की। इस मुलाकात में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी साथ थे।
असीम मुनीर ने दिया खजाने का ऑफर
CNN-न्यूज18 ने खुफिया सूत्रों के हवाले से बताया कि असीम मुनीर ने ट्रंप को पाकिस्तान बेशकीमती दुर्लभ मृदा और महत्वपूर्ण खनिजों तक पहुंच देने का भरोसा दिया है। रेयर अर्थ एलीमेंट्स अमेरिकी रक्षा, इलेक्ट्रिक वाहन और सेमीकंडक्टर उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण है। वर्तमान में दुर्लभ मृदा तत्वों की वैश्विक आपूर्ति पर चीन का कब्जा है, जो इसका 70 फीसदी हिस्सा नियंत्रित करता है। वहीं प्रोसेसिंग पर 90 फीसदी इसका प्रभुत्व है।
पाकिस्तान के पास बेशकीमती खनिज भंडार
ट्रंप की नजर पाकिस्तान के महत्वपूर्ण खनिज भंडार के दोहन पर है। विभिन्न स्रोतों के अनुसार, इसका मूल्य लगभग 6 ट्रिलियन डॉलर आंका गया है। ट्रंप-मुनीर-शहबाज की यह मुलाकात अमेरिकी मेटल फर्म यूएस स्ट्रेटेजिक मेटल्स और पाकिस्तान के बीच 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर के समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करने के बाद तुरंत बाद हुई।
ट्रंप को फंसाने की मुनीर की चाल
सूत्रों ने ट्रंप गर्मजोशी भरे स्वागत और शरीफ के साथ उनके हाथ मिलाने को एक रणनीतिक हैंडशेक बताया, जो वॉशिंगटन और इस्लामाबाद के बीच एक दीर्घकालिक रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी की दिशा में एक कदम का संकेत देता है। बातचीत के बारे में जानकारी रखने वाले अधिकारियों का कहना है कि मुनीर के रेयर अर्थ सैंपल दिखाने के पीछे ट्रंप को लुभान की एक सोझी समझी चाल है।
पाकिस्तान ने ट्रंप को दिखाने की कोशिश की है कि वह अपनी पारंपरिक सुरक्षा भूमिका से अलग भी अमेरिका को कुछ दे सकता है। इसके साथ ही पाकिस्तान का यह कदम अपनी रणनीतिक साझेदारियों में विविधता लाने का संकेत देता है। चीन पहले से ही उसके खनन क्षेत्र में दबदबा बनाए हुए है। मुनीर की इस पेशकश का उद्येश्य वॉशिंगटन को सेना समर्थित निवेश संरक्षण का आश्वासन देना और यह संकेत देना था कि पाकिस्तान वैश्विक महत्वपूर्ण खनिज सप्लाई चेन में शामिल होना चाहता है।
असीम मुनीर ने दिया खजाने का ऑफर
CNN-न्यूज18 ने खुफिया सूत्रों के हवाले से बताया कि असीम मुनीर ने ट्रंप को पाकिस्तान बेशकीमती दुर्लभ मृदा और महत्वपूर्ण खनिजों तक पहुंच देने का भरोसा दिया है। रेयर अर्थ एलीमेंट्स अमेरिकी रक्षा, इलेक्ट्रिक वाहन और सेमीकंडक्टर उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण है। वर्तमान में दुर्लभ मृदा तत्वों की वैश्विक आपूर्ति पर चीन का कब्जा है, जो इसका 70 फीसदी हिस्सा नियंत्रित करता है। वहीं प्रोसेसिंग पर 90 फीसदी इसका प्रभुत्व है।
पाकिस्तान के पास बेशकीमती खनिज भंडार
ट्रंप की नजर पाकिस्तान के महत्वपूर्ण खनिज भंडार के दोहन पर है। विभिन्न स्रोतों के अनुसार, इसका मूल्य लगभग 6 ट्रिलियन डॉलर आंका गया है। ट्रंप-मुनीर-शहबाज की यह मुलाकात अमेरिकी मेटल फर्म यूएस स्ट्रेटेजिक मेटल्स और पाकिस्तान के बीच 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर के समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करने के बाद तुरंत बाद हुई।
ट्रंप को फंसाने की मुनीर की चाल
सूत्रों ने ट्रंप गर्मजोशी भरे स्वागत और शरीफ के साथ उनके हाथ मिलाने को एक रणनीतिक हैंडशेक बताया, जो वॉशिंगटन और इस्लामाबाद के बीच एक दीर्घकालिक रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी की दिशा में एक कदम का संकेत देता है। बातचीत के बारे में जानकारी रखने वाले अधिकारियों का कहना है कि मुनीर के रेयर अर्थ सैंपल दिखाने के पीछे ट्रंप को लुभान की एक सोझी समझी चाल है।
पाकिस्तान ने ट्रंप को दिखाने की कोशिश की है कि वह अपनी पारंपरिक सुरक्षा भूमिका से अलग भी अमेरिका को कुछ दे सकता है। इसके साथ ही पाकिस्तान का यह कदम अपनी रणनीतिक साझेदारियों में विविधता लाने का संकेत देता है। चीन पहले से ही उसके खनन क्षेत्र में दबदबा बनाए हुए है। मुनीर की इस पेशकश का उद्येश्य वॉशिंगटन को सेना समर्थित निवेश संरक्षण का आश्वासन देना और यह संकेत देना था कि पाकिस्तान वैश्विक महत्वपूर्ण खनिज सप्लाई चेन में शामिल होना चाहता है।
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