मारपीट, अभद्र व्यवहार और एक युवती को परेशान करने के आरोपों के कारण हटाए गए सबलगढ़ एसडीएम अरविंद माहौर ने विवादास्पद तरीके से आधी रात को कार्यालय खोलकर छह पटवारियों के तबादले कर दिए। इस आदेश से उनके विभाग में हड़कंप मच गया और कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय बन गया।
आधी रात का विवादसूत्रों के अनुसार, अरविंद माहौर ने रात के समय अचानक अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए कार्यालय खोला और छह पटवारियों को उनके पदस्थल से हटाकर अन्य स्थानों पर तैनात कर दिया। यह कदम विभागीय नियमों और सामान्य प्रशासनिक प्रथाओं के खिलाफ माना जा रहा है।
कर्मचारियों और अधिकारियों की प्रतिक्रियाएसडीएम के इस आदेश से विभाग में असंतोष देखा गया। कई कर्मचारियों ने कहा कि आधी रात में अचानक किए गए तबादले से कार्यालय का संचालन प्रभावित हो सकता है। कर्मचारियों का यह भी कहना है कि इस तरह के कदम प्रशासनिक अनुशासन और पारदर्शिता पर सवाल उठाते हैं।
हटाए जाने का पृष्ठभूमिअरविंद माहौर को हाल ही में मारपीट, अभद्रता और युवती को परेशान करने के आरोपों के चलते हटाया गया था। कलेक्टर अंकित अस्थाना ने उन्हें हटाकर कलेक्टोरेट में डिप्टी कलेक्टर के पद पर तैनात किया था। इसके बावजूद उनके विवादित कार्य विभाग में सुर्खियों में बने हुए हैं।
प्रशासन की कार्रवाईसबलगढ़ कलेक्टर और वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले की सख्त समीक्षा शुरू कर दी है। अधिकारियों ने कहा कि विभागीय अनुशासन बनाए रखना प्राथमिकता है और आवश्यकतानुसार कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
You may also like
राघव जुयाल ने 'द बैड्स ऑफ बॉलीवुड' में निभाए अपने किरदार के बारे में क्या कहा?
भारत में ओएनजीसी और बीपी साथ मिलकर गहरे समुद्र में करेंगे तेल एवं गैस की खोज
अराजकता-भ्रष्टाचार का पर्याय है इंडी गठबंधन : गौरव वल्लभ
सना सईद : एक मशहूर किरदार की वजह से नई पहचान बनाने के लिए करनी पड़ी मशक्कत
ज्वालापुर प्रदेश सचिव के घर पहुंचे यशपाल आर्य