तेजी से बदलती तकनीक के युग में कंपनियों ने अब प्लेसमेंट और भर्ती के तरीके पूरी तरह बदल दिए हैं। अब केवल बीटेक या स्नातक की डिग्री रखना पर्याप्त नहीं रहा। कंपनियों को तकनीकी कौशल और व्यावहारिक अनुभव वाले उम्मीदवारों की तलाश है। इस दौर में कौशल प्रमाण पत्र और अंतर-डोमेन ज्ञान (Inter-domain knowledge) महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
वैश्विक प्रमाण पत्र का महत्वविशेषज्ञों का कहना है कि क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा, डेटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में वैश्विक संस्थानों से प्रमाण पत्र हासिल करना नौकरी पाने के अवसर बढ़ा देता है। ऐसे प्रमाण पत्र न केवल तकनीकी योग्यता दिखाते हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता भी साबित करते हैं।
व्यावहारिक अनुभव और इंटर-डोमेन स्किल्स की मांगआज कंपनियां केवल थ्योरी में पारंगत उम्मीदवारों को नहीं देख रही हैं। उन्हें ऐसे युवाओं की आवश्यकता है जिनके पास इंडस्ट्री में काम करने का अनुभव और विभिन्न डोमेन में ज्ञान हो। उदाहरण के लिए, किसी उम्मीदवार के पास डेटा एनालिटिक्स का ज्ञान होने के साथ क्लाउड प्लेटफॉर्म पर काम करने का अनुभव भी होना चाहिए।
तकनीकी रूप से कुशल युवाओं की जरूरतविशेषज्ञों का मानना है कि कंपनियों को तकनीकी रूप से कुशल, समस्या सुलझाने में सक्षम और नए तकनीकी टूल्स में प्रशिक्षित युवा चाहिए। इसलिए छात्रों और फ्रेशर्स को चाहिए कि वे सिर्फ डिग्री पर भरोसा न करें, बल्कि नए तकनीकी कौशल सीखें और उसे प्रमाणित करें।
कंपनियों की नजर अब कौशल और प्रमाण पत्र परकंपनियां अब इंटरव्यू में ऐसे उम्मीदवारों को प्राथमिकता दे रही हैं जिनके पास सर्टिफिकेट के साथ व्यावहारिक प्रोजेक्ट्स का अनुभव हो। यह बदलाव न केवल भर्ती प्रक्रिया को बेहतर बना रहा है, बल्कि उद्योग को भी तैयार और कुशल युवाओं से जोड़ रहा है।
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