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'काला समुद्री राक्षस' पहली बार कैमरे में हुआ कैद, दुर्लभ VIDEO ने मचाया तूफान

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धरती का लगभग 70% हिस्सा पानी से ढका हुआ है, और इसी विशाल जल-समूह का एक हिस्सा है समंदर, जिसकी गहराइयों में आज भी कई अनजाने रहस्य छिपे हैं। समुद्र की तह में रहने वाले जीव-जंतु अपने अजीबोगरीब रूप, रंग और व्यवहार के कारण विज्ञानियों और आम लोगों के बीच जिज्ञासा का विषय बने रहते हैं। इन्हीं में से एक रहस्यमयी मछली है — हंपबैक एंगलरफिश, जिसे आम भाषा में ‘ब्लैक सीडेविल फिश’ या ‘काला समुद्री राक्षस’ कहा जाता है। यह मछली इंटरनेट पर वायरल हो गई है क्योंकि पहली बार इसे समुद्र की सतह के पास और दिन के उजाले में देखा गया है।

स्पेन के टेनेरिफ द्वीप के तट पर इस दुर्लभ मछली को देखा गया, जिसने समुद्री जीवन के जानकारों और शोधकर्ताओं को चौंका दिया है। इस मछली का वीडियो मशहूर मरीन फोटोग्राफर डेविड जारा बोगुना ने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है, जिसे अब तक लाखों लोग देख चुके हैं। वीडियो में यह मछली मुंह खोलकर ऊपर की तरफ तैरती हुई नजर आती है। इसका रंग गहरा भूरा या काला है, और दांत इतने नुकीले हैं कि किसी फिल्मी विलेन के दांतों को भी मात दे दें।

क्या है हंपबैक एंगलरफिश?

हंपबैक एंगलरफिश समुद्र की गहराई में रहने वाली एक प्रकार की गहरी जलमीन (deep-sea fish) है। यह आमतौर पर 200 से 2000 मीटर की गहराई में पाई जाती है, जहां सूरज की रोशनी तक नहीं पहुंचती। वहां का तापमान बेहद ठंडा होता है और दबाव बहुत ज्यादा। इस वातावरण में जीवित रहना बेहद कठिन होता है, इसलिए एंगलरफिश का शरीर खास तरह से अनुकूलित होता है।

इस मछली की सबसे खास बात यह है कि यह बायोलुमिनेसेंस नामक प्रक्रिया के जरिए अपने सिर पर एक रोशनी पैदा करती है, जिसे वह अपने शिकार को आकर्षित करने के लिए इस्तेमाल करती है। अंधेरे में चमकने वाली यह "लाइट" दरअसल एक तरह का चारा (bait) होती है। जैसे ही कोई छोटा जीव उस रोशनी की तरफ आता है, मछली उसे पल भर में निगल लेती है।

सतह पर कैसे पहुंची ये मछली?

डेविड बोगुना और उनके साथियों ने जब इस मछली को देखा, तब वे टेनेरिफ के तट से लगभग 2 किलोमीटर दूर एक शार्क रिसर्च ट्रिप पर थे। तभी उन्हें यह अनोखी मछली सतह के पास तैरती हुई दिखी। यह एक अत्यंत दुर्लभ दृश्य था क्योंकि आमतौर पर यह मछली गहराई में छिपी रहती है और बहुत ही कम मौकों पर सतह के करीब आती है।

शोधकर्ताओं का मानना है कि मछली शायद जख्मी थी, जिसकी वजह से वह ऊपर आ गई। कुछ घंटों बाद ही उसकी मृत्यु हो गई। अब उसके शरीर को आगे की जांच के लिए सांता क्रूज डे टेनेरिफ के म्यूजियम में भेज दिया गया है।

वैज्ञानिक क्यों हैं हैरान?

वैज्ञानिकों के लिए यह घटना बहुत खास है क्योंकि यह उनके शोध को एक नई दिशा दे सकती है। उन्होंने पहले कभी इस मछली को इतनी सतह के करीब और दिन के उजाले में जीवित नहीं देखा था। इसके अलावा, मछली का सतह पर आना यह भी दर्शाता है कि शायद समुद्र की जैव विविधता में कुछ बदलाव आ रहे हैं या फिर समुद्र में हो रहे मानवीय हस्तक्षेप (जैसे प्रदूषण या जलवायु परिवर्तन) के कारण इन जीवों का प्राकृतिक आवास प्रभावित हो रहा है।

सोशल मीडिया पर वायरल

जैसे ही डेविड ने इस मछली का वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, यह तेजी से वायरल हो गया। लोग इस मछली को देख कर हैरान हैं। कई यूजर्स ने इसे ‘राक्षस’, ‘एलियन’, और यहां तक कि ‘समंदर की चुड़ैल’ तक कहा। कुछ लोगों ने तो यह भी कमेंट किया कि “ऐसे जीवों को देखकर समझ आता है कि समुद्र का 80% हिस्सा अब भी अनएक्सप्लोर्ड क्यों है।”

कहां पाई जाती है ये मछली?

हंपबैक एंगलरफिश सामान्यतः उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय समुद्रों में पाई जाती है। यह प्रजाति खासतौर पर अटलांटिक, हिंद और प्रशांत महासागरों की गहराइयों में पाई जाती है। इसकी लंबाई आमतौर पर 15 से 20 सेंटीमीटर तक होती है, लेकिन इसका मुंह और दांत उसके शरीर से कहीं अधिक बड़े और डरावने लगते हैं।

निष्कर्ष

समुद्र की गहराई अपने भीतर अनगिनत रहस्य समेटे हुए है। हंपबैक एंगलरफिश जैसे जीव यह साबित करते हैं कि हम अभी भी समुद्री जीवन के बारे में बहुत कम जानते हैं। यह मछली न सिर्फ जीव विज्ञानियों के लिए अध्ययन का विषय है, बल्कि आम लोगों के लिए भी उत्सुकता और रोमांच का केंद्र बन गई है।

ब्लैक सीडेविल की सतह पर मौजूदगी हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या आने वाले समय में हम ऐसे और भी अद्भुत जीवों से रूबरू होंगे? और क्या हम उनके अस्तित्व को समझने और संरक्षित करने की दिशा में ठोस कदम उठाएंगे?

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