भोपाल, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में भोजपुर मंडल का पथ संचलन Monday को विश्व प्रसिद्ध भोजपुर मंदिर के प्रांगण से प्रारंभ हुआ. स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में अनुशासन और देशभक्ति की भावना के साथ नगर भ्रमण किया. संचलन के मार्ग पर नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया.
इस अवसर पर मुख्य वक्ता संतोष मीणा ने कहा कि देश की सेवा के लिए यह जीवन कम है. उन्होंने संघ कार्य के विस्तार एवं विकास का उल्लेख करते हुए कहा कि पहली पीढ़ी ने संघ कार्य का बीज बोया, दूसरी पीढ़ी ने उसे राष्ट्रव्यापी बनाया, तीसरी पीढ़ी ने समाजव्यापी बनाया और चौथी पीढ़ी ने संगठन एवं संघ कार्य को एक समान स्तर पर खड़ा किया. अब हमारी जिम्मेदारी है कि संघ कार्य को समाज के साथ एकरस किया जाए. सम्पूर्ण समाज ही संघमय बन जाये.
उन्होंने आगे बताया कि पंच परिवर्तन के माध्यम से समाज परिवर्तन का कार्य समाज को साथ लेकर प्रत्येक स्वयंसेवक को कार्य करना चाहिए. अपने आने वाले दिनों में 15 नवंबर से 30 नवंबर तक व्यापक गृह संपर्क अभियान होने वाला है, जिसमें सभी स्वयंसेवक प्रत्येक घर से संपर्क करेंगे. इसके बाद 20 दिसंबर से 20 जनवरी तक अपने मंडल/बस्ती का हिंदू सम्मेलन होगा जिसमें पूरा परिवार का एकत्रीकरण होने वाला है. आखिर में, पथ संचलन का समापन भोजपुर मंदिर परिसर में संघ प्रार्थना के साथ किया गया.
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(Udaipur Kiran) / डॉ. मयंक चतुर्वेदी
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