नई दिल्ली, 25 अप्रैल . घरेलू शेयर बाजार में आज जबरदस्त गिरावट नजर आ रही है. दिन के पहले सत्र की समाप्ति तक सेंसेक्स 79 हजार अंक के स्तर से भी नीचे गिर चुका है. इसी तरह निफ्टी ने भी 24 हजार अंक के स्तर से नीचे गोता लगा दिया है. बाजार में बने इस दबाव के कारण निवेशकों को अभी तक 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है. फिलहाल बाजार के सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं. दिन के पहले सत्र के कारोबार में सबसे अधिक गिरावट बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में दर्ज की गई है.
आज का कारोबार शुरू होने के बाद पहले 10 मिनट में बाजार में तेजी का रुख नजर आया, लेकिन इसके बाद चौतरफा बिकवाली शुरू हो गई, जिसकी वजह से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक बड़ी गिरावट का शिकार हो गए. सेंसेक्स दिन के ऊपरी स्तर से 1,500 अंक से अधिक टूट कर 78,605.81 अंक के स्तर तक आ गया. इसी तरह निफ्टी दिन के ऊपरी स्तर से 500 अंक से ज्यादा टूट कर 23847.85 अंक के स्तर तक लुढ़क गया. हालांकि बाद में खरीदारी होने के कारण इसकी स्थिति में मामूली सुधार होता हुआ भी नजर आया.
दिन के पहले सत्र का कारोबार खत्म होने तक सेंसेक्स निचले स्तर से करीब 240 अंक की रिकवरी करके 78,848.41 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था इसी तरह निफ्टी निचले स्तर से करीब 100 अंक की रिकवरी करके 23,951.45 अंक के स्तर पर बना हुआ था. दिन के पहले सत्र का कारोबार खत्म होने तक बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 2.75 प्रतिशत और मिडकैप इंडेक्स 2.35 प्रतिशत की गिरावट का शिकार हो गए थे.
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि आज के कारोबार पर मुख्य रूप से पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान की सीमा पर बढ़े तनाव का असर पड़ा है. इसके साथ ही विदेशी निवेशकों द्वारा एक बार फिर अपने पैसे की निकासी शुरू कर देने की वजह से भी बाजार के सेंटीमेंट कमजोर हुए हैं. वहीं ऊंचे स्तर पर गुरुवार से ही शुरू हुई मुनाफा वसूली ने भी बाजार पर दबाव बनाने का काम किया है. इसके अलावा भारतीय शेयर बाजार में वैल्यूएशन की चिंता के कारण भी निगेटिव सेंटीमेंट्स को बढ़ावा मिला है.
इस संबंध में धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का कहना है कि घरेलू शेयर बाजार फिलहाल पहलगाम आतंकी हमले के कारण सीमा पर बने तनाव का आकलन करने में जुटा हुआ है. ज्यादातर निवेशक कोई भी सौदा करने के पहले संभावित सैन्य कार्रवाई को भांपने की कोशिश कर रहे हैं. इसी वजह से बड़े निवेशक कोई भी बड़ा सौदा करने से करने में काफी सावधानी बरत रहे हैं. अगर आने वाले दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच के तनाव में इजाफा होता है, तो इससे मार्केट सेंटीमेंट पर निगेटिव इफेक्ट पड़ सकता है.
इसी तरह खुराना सिक्योरिटीज एंड फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ रवि चंदर खुराना का कहना है कि शेयर बाजार में बुधवार तक लगातार तेजी का माहौल बना हुआ था. लगातार सात कारोबारी दिन तक स्टॉक मार्केट में तेजड़ियों का बोलबाला बना रहा. इन 7 दिनों में सेंसेक्स 8.52 प्रतिशत यानी 6,400 अंक से अधिक उछल कर 73,847 अंक से 80,254 अंक तक पहुंच गया. इसी तरह निफ्टी करीब 1,960 अंक की छलांग लगा कर 22,399 अंक के स्तर से 24,359 अंक के स्तर तक पहुंचने में सफल रहा. ऐसी स्थिति में कई निवेशक ऊपरी स्तर पर मुनाफा वसूली करने में जुट गए हैं, जिसकी वजह से शेयर बाजार पर दबाव बन गया है.
इसके अलावा कई कंपनियों के कमजोर नतीजे और विदेशी निवेशकों द्वारा एक बार फिर अपने पैसे की निकासी शुरू कर देने के कारण भी बाजार में निगेटिव सेंटीमेंट बन गए हैं. इसी तरह बड़ी गिरावट के बाद पिछले कुछ दिनों में अचानक आई तेजी के कारण इंडियन इक्विटी और बॉन्ड मार्केट एक बार फिर हाई वैल्यू कैटेगरी में पहुंच गया है. इस वजह से बड़े निवेशकों ने फिलहाल स्टॉक मार्केट में लिवाली को कुछ समय के लिए टाल दिया है. ऐसी स्थिति में जब बिकवाली का दबाव बढ़ा है, उस समय लिवाली टल जाने के कारण भी बाजार की चाल में गिरावट का रुख बन गया है.
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/ योगिता पाठक
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