वाराणसी, 28 अप्रैल . उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद, जनपद वाराणसी के तत्वावधान में सोमवार को हरहुआ स्थित एक विद्यालय के सभागार में मंडलीय सम्मेलन एवं शैक्षिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस अवसर पर प्रदेश के आयुष मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.
अपने संबोधन में डॉ. मिश्र ने प्रधानाचार्यों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि आज का प्रधानाचार्य अत्यंत कठिन परिस्थितियों में कार्य कर रहा है. संसाधनों की कमी और विविध चुनौतियों के बावजूद वह असली भारत के भविष्य का निर्माण कर रहा है. डॉ. मिश्र ने परिषद के पदाधिकारियों का आह्वान किया कि वे एक सशक्त टीम गठित करें, ताकि उनकी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर समाधान का प्रयास किया जा सके.
सम्मेलन को उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग के सदस्य डॉ. हरेंद्र कुमार राय एवं माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय, वाराणसी के अपर सचिव शिक्षा डॉ. विनोद कुमार राय,वेद प्रकाश आर्य, डॉ. चारू चंद्र त्रिपाठी, डॉ. रामचंद्र शुक्ल, राजेश त्रिपाठी एवं डॉ. आनंद प्रभा सिंह ने भी संबोधित किया.
इस अवसर पर प्रधानाचार्य परिषद के संरक्षक देवकी शर्मा एवं डॉ. बीरेंद्र प्रताप सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही. सम्मेलन में वाराणसी मंडल के 50 सेवानिवृत्त प्रधानाचार्यों का सम्मान किया गया तथा सहायता प्राप्त विद्यालयों सहित अन्य विद्यालयों के कुल 380 प्रधानाचार्यों ने भागीदारी की.
सम्मेलन की अध्यक्षता डॉ. श्यामजीत सिंह यादव ने की, जबकि कार्यक्रम का संचालन डॉ. महेंद्र प्रताप सिंह, धन्यवाद ज्ञापन डॉ. कौशलेंद्र नारायण सिंह ने किया.
/ श्रीधर त्रिपाठी
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