जयपुर, 27 अक्टूबर . राजस्थान हाईकोर्ट ने राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विस (आरजेएस) का रिजल्ट घोषित कर दिया है. हनुमानगढ़ की राधिका बंसल ने इसमें टॉप किया है. डेंटिस्ट परमा चौधरी ने तीसरी रैंक हासिल की. आरजेएस परिणाम के टॉप-10 अभ्यर्थियों में नाै बेटियां शामिल हैं.
ओबीसी (नॉन क्रीमीलेयर) कैटेगरी के तनुराग सिंह चौहान ने 187.5 अकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है. आरजेएस भर्ती में 222 कैंडिडेट पास हुए हैं. इनमें जनरल कैटेगरी में 92 कैंडिडेट, अजा कैटेगरी में 35, जजा कैटेगरी में 24, ईडब्ल्युएस कैटेगरी में 21, ओबीसी-एमबीसी (नॉन क्रीमीलेयर) कैटेगरी में 45, एमबीसी (नॉन क्रीमी लेयर) कैटेगरी में पांच कैंडिडेट पास हुए हैं.
आरजेएस मुख्य परीक्षा-2024 के करीब 99 अभ्यर्थियों ने रिजल्ट को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रखी है. याचिकाकर्ताओं का कहना है कि राजस्थान हाईकोर्ट ने आरजेएस मुख्य परीक्षा 31 अगस्त और एक सितंबर को आयोजित करवाई थी. इसमें करीब 3500 अभ्यर्थी शामिल हुए थे. हाईकोर्ट ने परीक्षा का परिणाम एक अक्टूबर को जारी करते हुए इनमें से 638 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए कॉल किया. जिन अभ्यर्थियों को असफल घोषित किया गया, उनमें से अधिकतर अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिनके अंग्रेजी के पेपर में 0 से 10 नंबर ही दिए गए.
सुप्रीम कोर्ट ने 18 अक्टूबर को सुनवाई के दौरान राजस्थान हाईकोर्ट से जवाब मांगा और याचिकाकर्ताओं की आंसर शीट तलब की. सुप्रीम कोर्ट ने कहा- जिन याचिकाकर्ताओं के अंग्रेजी विषय के पेपर में जीरो से 15 नंबर आए हैं. उन सभी की आंसर शीट सुप्रीम कोर्ट में पेश की जाए. 21 अक्टूबर को एक बार फिर मामले में सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान हाईकोर्ट से उन अभ्यर्थियों के लॉ पेपर के नंबर मांगे, जिनके अंग्रेजी निबंध के पेपर में जीरो से 15 नंबर आए हैं. लॉ फील्ड के एक्सपर्ट सागर जोशी ने बताया कि इस बार एग्जाम में बड़ी संख्या में लड़कियों का चयन हुआ है. न्यायपालिका के लिए और कानूनी शिक्षा के लिए एक शुभ संकेत है.
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/ रोहित